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16 साल से ऊपर वाले हाथ उठा लो; क्या हुआ जब गाजा के अस्पताल में घुसी इजरायली सेना

चेहरे पर मास्क और हवाई फायरिंग करते हुए इजरायली सेना के जवान बुधवार को गाजा के सबसे बड़े अल-शिफा अस्पताल में घुस गए। अस्पताल के बाहर इजरायली सेना के टैंक तैनात थे और अंदर सैनिकों ने एंट्री मार दी।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, गाजा तेल अवीवWed, 15 Nov 2023 05:30 PM
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चेहरे पर मास्क और हवाई फायरिंग करते हुए इजरायली सेना के जवान बुधवार को गाजा के सबसे बड़े अल-शिफा अस्पताल में घुस गए। अस्पताल के बाहर इजरायली सेना के टैंक तैनात थे और अंदर सैनिकों ने एंट्री की। इस दौरान अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीज और इजरायली सेना के हमलों से बेघर हुए लोगों ने शरण ले रखी थी। इजरायली सेना का कहना है कि इस अस्पताल को हमास ने अपना ठिकाना बना रखा है और मरीजों की आड़ में वे यहां से कैंप चला रहे हैं। अस्पताल में ही कई दिनों से शरण लिए बैठे एक पत्रकार ने मौके का हाल बयां किया।

पत्रकार ने कहा कि जब इजरायली सेना के जवाब घुसे तो एक जवान के हाथ में लाउडस्पीकर था। उसने अरबी में बोलते हुए कहा, '16 साल से अधिक उम्र के सभी पुरुष अपने हाथ खड़े कर लो।' इसके बाद सभी को बिल्डिंग के बाहर ले जाया गया और उनसे सरेंडर करा लिया गया। दरअसल इजरायल की सेना को संदेह था कि इन्हीं लोगों में हमास के लड़ाके भी छिपे हुए हैं। इजरायल लगातार यह आरोप लगा रहा था कि अल-शिफा अस्पताल में हमास ने ठिकाना बना रखा है। इसके अलावा उसने अस्पताल से सुरंगें भी बना रखी हैं। उसका कहना है कि अस्पताल के बहाने यहां से हमास अपना कमांडिंग सेंटर चल रहा था। 

मौके पर मौजूद पत्रकार ने बताया कि इजरायली सैनिकों ने मैटरनिटी वॉर्ड समेत सभी जगहों पर जाकर सैकड़ों युवाओं को बाहर निकाला। सैनिक हवा में फायर कर रहे थे और हर कमरे में जाकर हमास के लड़ाकों की तलाश की गई। यही नहीं अस्पताल के बड़े परिसर में टैंक भी दिखाई दिए। ये टैंक इमारत के अंदर नहीं आए, लेकिन ठीक बाहर खड़े कर दिए गए। दरअसल इजरायल की सेना ने पहले ही बता दिया था कि वह बुधवार को हमास के लड़ाकों पर अब वे टारगेटेड अटैक करेंगे। इसके लिए अस्पताल तक में रेड मारी जा सकती है।

रेड के बाद आर्मी ने कहा कि हमने अस्पताल में जरूरतमंदों की मदद भी की है। सेना ने कहा कि हमने इनक्यूबेटर दिए हैं। बेबी फूड और मेडिकल सप्लाई भी की। इजरायल ने कहा कि हमारी मेडिकल टीम और अरबी बोल सकने वाले सैनिक अस्पताल में यह सुनिश्चित कर रहे थे कि किसी जरूरतमंद मरीज की दवा न रुके। वहीं हमास इस रेड से भड़क गया है। उसने कहा है कि यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की शह पर ही हुआ है। यह हमला मानवता के विरुद्ध अपराध है।

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