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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महारानी एलिजाबेथ II को दी श्रद्धांजलि, सोमवार को होगा अंतिम संस्कार

महारानी की सोमवार को राजकीय अंत्येष्टि की जाएगी। भारतीय राष्ट्राध्यक्ष शनिवार शाम लंदन पहुंचीं। महारानी की अंत्येष्टि में दुनियाभर के शाही परिवार के सदस्यों समेत विश्व के करीब 500 नेता शामिल होंगे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महारानी एलिजाबेथ II को दी श्रद्धांजलि, सोमवार को होगा अंतिम संस्कार
Ankit Ojhaभाषा,लंदनSun, 18 Sep 2022 09:38 PM

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि दी। वह तीन दिनों के दौरे पर ब्रिटेन पहुंची हैं। इस समय महारानी का शव वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यहां भारत सरकार की ओर से एक शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए।
    
लंदन के लैंकेस्टर हाउस में राष्ट्रपति मुर्मू के साथ कार्यवाहक उच्चायुक्त सुजीत घोष भी मौजूद थे। यहां पहुंच रहे विश्व के नेता महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए एक पुस्तिका पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में आठ सितंबर को स्कॉटलैंड में निधन हो गया था। 

 महारानी की सोमवार को राजकीय अंत्येष्टि की जाएगी। भारतीय राष्ट्राध्यक्ष शनिवार शाम लंदन पहुंचीं। महारानी की अंत्येष्टि में दुनियाभर के शाही परिवार के सदस्यों समेत विश्व के करीब 500 नेता शामिल होंगे। अंतिम संस्कार की रस्म वेस्टमिंस्टर एबे में की जाएगी, जहां करीब 2,000 लोगों के उपस्थित रहने की संभावना है। शोक कार्यक्रम स्थानीय समयानुसार सुबह पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होगा और एक घंटे बाद दो मिनट का मौन रखे जाने के साथ संपन्न हो जाएगा। 
      
राष्ट्रपति मुर्मू को रविवार शाम महाराजा चार्ल्स द्वितीय और क्वीन कॉन्सर्ट कैमिला द्वारा बकिंघम पैलेस में विश्व के नेताओं के लिए आयोजित एक स्वागत कार्यक्रम में भी आमंत्रित किया गया है। इस 'आधिकारिक राजकीय कार्यक्रम' में ब्रिटेन आ रहे सभी राष्ट्राध्यक्षों और आधिकारिक विदेशी अतिथियों के शामिल होने की संभावना है।ब्रिटेन के शाही परिवार के लिए 2009 से 2012 तक सेवा देने वाले जाकी कूपर का मानना है कि महारानी के भारत के साथ स्नेहपूर्ण संबंध थे और उन्होंने साम्राज्य से राष्ट्रमंडल तक के सफर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 

राजतंत्र के बारे में व्यापक रूप से लिखने वाले कूपर ने कहा, 'आत्म-निर्णयन के लिए कई देशों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्होंने राष्ट्रमंडल की व्यवस्था अपनाई।'महारानी की अंत्येष्टि में सोमवार को राष्ट्रमंडल के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।   उनकी अंत्येष्टि से कुछ घंटों पहले वेस्टमिंस्टर हॉल को आम जनता के लिए बंद कर दिया जाएगा। सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे वेस्टमिंस्टर एबे के प्रवेश द्वार विदेशी गणमान्य एवं अतिथियों के लिए खोले जाएंगे।

डीन ऑफ वेस्टमिंस्टर राजकीय अंत्येष्टि की प्रक्रिया प्रधानमंत्री लिज ट्रस और राष्ट्रमंडल महासचिव बैरोनेस पैट्रिशिया स्कॉटलैंड के साथ करेंगे। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि देने लंदन पहुंच गए हैं। विंडसर के सेंट जॉर्ज चैपल में एक निजी कार्यक्रम में महारानी को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। इससे पहले, एबे में पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल की 1965 में राजकीय अंत्येष्टि की गई थी।