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93 को मार कर लिया 1 का बदला! कौन है उमर खालिद खुरासानी, जिसकी वजह से पेशावर में हुई कत्ल-ओ-गारत

पाकिस्तान के पेशावर में हुए आत्मघाती हमले में 90 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। हादसे में 200 लोग से ज्यादा घायल हैं। पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

 93 को मार कर लिया 1 का बदला! कौन है उमर खालिद खुरासानी, जिसकी वजह से पेशावर में हुई कत्ल-ओ-गारत
Himanshu Tiwariलाइव हिंदुस्तान,नई दिल्लीTue, 31 Jan 2023 04:15 PM

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पाकिस्तान के पेशवार में हुए आत्मघाती हमले में 93 लोगों के मौत हो गई, जबकि 200 लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस लाइन का हाई सिक्योरिटी इलाका होने के बावजूद भी यहां इस स्तर पर बम हादसा हुआ जिससे लोगों का दिल दहल गया. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान (टीपीपी) ने ली है। 

अपने बयान में टीपीपी ने कहा है कि यह हमला उमर खालिद खुरासानी है की मौत का बदला है। आखिर पेशावर में हुई कत्लो-गारत में गई 93 लोगों की जान उमर खालिद खुरासानी की मौत से क्यों जुड़ी है? 

पिछले साल पाकिस्तानी सेना की तरफ से उमर खालिद खुरासानी मारा गया था। टीटीपी के मेंबर और खुरासानी  के भाई मुकर्रम ने कहा है कि वे खुरासानी की मौत को भूले नहीं हैं, जिसके बाद टीटीपी ने अपनी पूरी तैयारी से पेशावर के मस्जिद हमला कर दिया। 

कौन है उमर खालिद खुरासानी?

पाकिस्तान के मोहम्मद एजेंसी में जन्मे खुरासानी का असली नाम अब्दुल वली मोहम्मद था। उनसे अपनी तालीम अपने गांव (साफो) से की। उनसे कराची के मदसरों में तालीम हासिल की। आतंक से जुड़ने की इच्छा उसने बचपन में ही पाल रखी थी। उनसे पाकिस्तान के इस्लामी जिहादी संगठन हरकत-उल-मुजाहिदीन से अपना शुरुआती ताल्लकु रखा। यह संगठन कश्मीर में एक्टिव था। जिसका मकसद कश्मीर की आजादी के जेहाद में शामिल होना था। जैसे-जैसे उसकी उम्र बढ़ी उसने तहरीक-ए-तालिबान में शामिल होने का मन बनाया। 

कई बार बचा खोरासानी

बीते साल अगस्त में अफगानिस्ता के पाकटीका इलाके में उमर खालिद खुरासानी ने अपनी जान गंवाई। उसकी गाड़ी को पाकिस्तानी सेना की तरफ से निशाना बनाया गया और बम विस्फोट में उसकी मौत हो गई। एक प्लान जरिए किए गए बम विस्फोट में खुरासानी के साथ टीपीपी के दो और कमांडर भी मारे गए। पाकिस्तानी सेना की तरफ से कई बार खुरासानी को मारने की साजिश रची गई थी, लेकिन वह उनके हमलों से बच निकला था।

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