पेंसिल्वेनिया में पादरियों ने किया 1000 बच्चों का यौन शोषण : रिपोर्ट
अमेरिका के पेंसिलवेनिया प्रांत में 300 से अधिक पादरियों ने बीते 70 साल में 1000 से भी अधिक बच्चों का यौन शोषण किया। पेंसिलवेनिया सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कैथलिक चर्च के पादरियों द्वारा किए गए यौन...
अमेरिका के पेंसिलवेनिया प्रांत में 300 से अधिक पादरियों ने बीते 70 साल में 1000 से भी अधिक बच्चों का यौन शोषण किया। पेंसिलवेनिया सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कैथलिक चर्च के पादरियों द्वारा किए गए यौन शोषण पर ग्रैंड ज्यूरी रिपोर्ट जारी की,जिससे यह जानकारी मिली।
रिपोर्ट के अनुसार, पादरियों द्वारा बच्चों के यौन शोषण का यह सिलसिला 1940 से ही जारी था। इसमें कहा गया कि चर्चों ने मामले को उजागर करने की बजाय पादरियों के इन अपराधों को छिपाने की कोशिश की। प्रांत के अटॉर्नी जनरल जोश शैपिरो ने मंगलवार को कहा, 900 पन्नों की इस रिपोर्ट में 1000 से ज्यादा पीड़ितों की पहचान की गई है। हालांकि ग्रैंड जूरी का मानना है कि पीड़ितों की वास्तविक संख्या और अधिक है, क्योंकि कई पीड़ित कभी सामने नहीं आए।
रिपोर्ट के अनुसार, कुछेक सांस्थानिक सुधारों के बावजूद चर्च के लोग सार्वजनिक जवाबदेही से बड़े पैमाने पर बचते रहे हैं। पादरी नन्हे बच्चों और बालिकाओं से दुष्कर्म कर रहे थे, लेकिन चर्च के बड़े अधिकारियों ने कुछ करने की बजाय इन मामलों को व्यवस्थित तरीके से छिपाने की कोशिश की।
रिपोर्ट में ऐसे कई मामलों का जिक्र है जब पादरियों ने नन्हे बच्चों को अपनी हवस का शिकार बनाया। इसके मुताबिक, एक पादरी ने नौ वर्ष के एक लड़के के साथ दुराचार किया और बाद में उसका मुंह ‘पवित्र जल’ से धो दिया। एक अन्य पादरी ने सात साल की एक बच्ची से दुष्कर्म करने की बात स्वीकार की।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि यह अमेरिकी कैथलिक चर्चों में यौन शोषण पर यह अब तक की सबसे बड़ी जांच रिपोर्ट है। अटॉर्नी जनरल जोश शैपिरो की अगुआई में 18 माह की जांच के बाद यह तैयार की गई। कई पादरियों ने इस रिपोर्ट को जारी होने से रोकने के लिए अदालत से गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि उनकी पहचान जाहिर नहीं की जाए। शैपिरो ने कहा, चर्च के वरिष्ठ अधिकारियों ने पादरियों की कारगुजारी व्यवस्थित तरीके से छिपाई। इसका नतीजा यह रहा कि ये मामले मुकदमा चलाने के लिए बहुत पुराने हो चुके हैं।