करतारपुर गलियारे पर बातचीत करना चाहता है पाकिस्तान
भारत में नई सरकार बनने के साथ ही पाकिस्तान करतारपुर गलियारा समझौते को अंतिम रूप देने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत बहाल करने के पक्ष में है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी...
भारत में नई सरकार बनने के साथ ही पाकिस्तान करतारपुर गलियारा समझौते को अंतिम रूप देने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत बहाल करने के पक्ष में है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी मिली।
पाकिस्तानी मीडिया में सरकारी सूत्रों के हवाले से प्रकाशित खबर में लिखा गया है कि भारत में नई सरकार बनने के बाद पाकिस्तान करतारपुर गलियारे पर बातचीत फिर से शुरू होने को लेकर आशान्वित है। एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि उनके देश की ओर से कोई देरी नहीं है। इस वक्त भारत इस मामले में आगे नहीं बढ़ना चाहता। अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान को विश्वास है कि चुनाव के बाद भारत बातचीत फिर से शुरू करेगा।
समिति में अलगाववादियों पर भारत ने चिंता जताई :
भारतीय दल को अप्रैल में पाकिस्तान जाना था, लेकिन अंतिम समय में नई दिल्ली ने बैठक में हिस्सा न लेने का फैसला किया। इसका कारण सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान की ओर से बनाई गई समिति को लेकर उपजी चिंता थी। करतारपुर गलियारे पर पाकिस्तान की ओर से नियुक्त दस सदस्यीय पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (पीएसजीपीसी) में कई खालिस्तानी अलगाववादियों की मौजूदगी को लेकर भारत ने चिंता जताई थी।
करतारपुर गलियारा पाकिस्तान के नरोवाल स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ेगा। गलियारा बनने के बाद भारतीय सिखों को बिना वीजा के पाकिस्तान स्थित अपने पवित्र गुरुद्वारे तक जाने की अनुमति होगी।
व्यापार समझौता नहीं करने से बुरी तरह प्रभावित होगा चीन: ट्रंप