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इमरान खान ने PM रहते हवाई यात्राओं पर उड़ाए 1 अरब रुपये, PAK की तंगहाली के बीच रिपोर्ट से हंगामा

साल 2019 से लेकर 2021 तक पीएम ऑफिस के निर्देश पर 6 एविएशन स्क्वाड्रन की ओर से वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मिशनों पर 946.3 मिलियन रुपये की राशि खर्च की गई, जब इमरान खान देश के प्रधानमंत्री थे।

इमरान खान ने PM रहते हवाई यात्राओं पर उड़ाए 1 अरब रुपये, PAK की तंगहाली के बीच रिपोर्ट से हंगामा
Niteesh Kumarलाइव हिन्दुस्तान,इस्लामाबादSun, 29 Jan 2023 11:26 PM

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आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) चीफ के पीएम पद पर रहते हुए उनकी हवाई यात्राओं पर 1 अरब रुपये खर्च हुए। खर्च का ब्योरा पाकिस्तानी सीनेट में पेश किया गया है। इस मामले के उजागर होते हुए इमरान सवालों के घेरे में आ गए हैं। पूर्व पीएम के विरोधी आरोप लगा रहे हैं कि देश के सामने आज जो वित्तिय समस्या खड़ी हुई है, उसके लिए पीटीआई नेता जिम्मेदार हैं। 

द नेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 से 2021 तक प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर खान के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की सवारी की लागत लगभग 1 अरब रुपये थी। संघीय सरकार ने अपने लिखित जवाब में सीनेट को बताया कि कैबिनेट डिवीजन की ओर से आंकड़े सामने रखे गए हैं। इसके अनुसार, 2019 से 2021 तक पीएम ऑफिस के निर्देश पर 6 एविएशन स्क्वाड्रन की ओर से वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मिशनों पर 946.3 मिलियन रुपये की राशि खर्च की गई, जब इमरान खान देश के प्रधानमंत्री थे।

आवास से PM हाउस तक जाने में हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल
इससे पहले सरकार ने उच्च सदन को बताया था कि खान ने 2019 से मार्च 2022 तक अपने बानी गाला निवास से पीएम हाउस तक आने-जाने के लिए ऑफिशियल हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया था। इन यात्राओं पर राष्ट्रीय खजाने से 434.43 मिलियन रुपये खर्च हुए थे। शिविर कार्यालयों पर हुए खर्च का ब्यौरा भी सरकार की ओर से दिया गया। बताया गया कि 2008 से पूर्व प्रधानमंत्रियों ने कैंप ऑफिस पर आधिकारिक धन से कुल 26 मिलियन रुपये खर्च किए थे।

कैंप शिविर पर पूर्व प्रधानमंत्रियों ने खूब उड़ाया धन
रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2008 से जून 2012 तक के अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के 3 शिविर कार्यालय थे। दो लाहौर में और एक उनके गृहनगर मुल्तान में, जहां 10.8 मिलियन रुपये खर्च हुए। इसी तरह, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने जून 2013 से जुलाई 2017 तक अपने कार्यकाल के दौरान लाहौर में कैंप कार्यालय बनाया था, जिसकी लागत 4.5 मिलियन रुपये थी। पाक नेताओं की ओर से इतनी भारी मात्रा में किए गए खर्चे आम जनता में क्रोध पैदा करने वाले हैं, जो इन दिनों आटा तक के लिए आपस में भिड़ जा रही है। 

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