पाकिस्तान: जेल में कैदियों ने 7 पुलिसवालों को बंधक बना मनवाई मांग, खूंखार कैदी साथी को अपने पास बुलावाया
पाकिस्तान के लरकाना सेंट्रल जेल में आखिरकार कैदियों ने बंधक बनाए गए 7 पुलिसवालों को रिहा कर दिया। पिछले शुक्रवार से ही यह सभी पुलिसकर्मी जेल के अंदर कैदियों के बंधक थे। करीब 8 दिनों तक चले कैदियों के...
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पाकिस्तान के लरकाना सेंट्रल जेल में आखिरकार कैदियों ने बंधक बनाए गए 7 पुलिसवालों को रिहा कर दिया। पिछले शुक्रवार से ही यह सभी पुलिसकर्मी जेल के अंदर कैदियों के बंधक थे। करीब 8 दिनों तक चले कैदियों के इस विद्रोह के बाद पुलिसवालों को रिहा कराया जा सका है।
'Dawn' की एक रिपोर्ट के मुताबिक दरअसल विद्रोही कैदी 13 खतरनाक कैदियों में शुमार एक कैदी मोहम्मद अली खोखर को वापस उनके जेल में बुलाने की मांग कर रहे थे। बता दें कि जेल के अधिकारियों ने खोखर को शिकारपुर जेल में शिफ्ट कर दिया था। जिसके बाद जेल में बंद उसके साथियों ने विद्रोह शुरू कर दिया था।
कैदियों के इस विद्रोह के आगे आखिरकार जेल प्रशासन को झुकना पड़ा है। 7 पुलिसकर्मियों को कैदियों के बंधक से आजाद दिलाने के लिए जेल प्रशासन ने खोखर को शिकारपुर जेल से निकाल कर लारकाना सेंट्रल जेल में दोबारा शिफ्ट किया। बताया जा रहा है कि जेल के अंदर बंद खोखर के साथी पिछले 7 महीनों से उसे वापस बुलाए जाने को लेकर आंदोलन कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि जब कैदियों ने पुलिसवालों को बंधक बनाया था तब उनसे बातचीत कर मामले को सुलझाने की कई कोशिशें हुईं लेकिन सारी कोशिशें बेकार साबित हुईं। कैदियों ने जेल प्रशासन पर दबाव बना रखा था। कैदियों के एक ग्रुप ने जेल की छत पर चढ़कर बेडशीट को भी आग लगा दिया।
पाकिस्तान की विपक्षी पार्टी, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी)ने बाद में जेल प्रशासन और कैदियों के बीच बातचीत कराई और इसके बाद मामला सुलझ गया। पीपीपी से जब कैदियों को आश्वासन मिला कि वो खोखर को इस जेल में दोबारा लाएंगे तब इसके बाद कैदियों ने 5 पुलिसवालों को रिहा कर दिया। इनमें इमरान जुहरानी, मुर्तजा जुनेजो, तारिक राजपर, शाहनवाज कोरकानी और दमन जगीरानी शामिल थे।
जेल के डीआईजी ने बताया कि जब खोखर को इस जेल में लाया गया जब दो अन्य पुलिसवालों अब्दुल राशीद गोलो और अब्दुल वहीन गोलो को भी कैदियों ने रिहा कर दिया।