इमरान खान ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात, मिलकर काम करने की इच्छा जताई
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और दोनों देशों के लोगों की बेहतरी के लिए मिलकर काम करने की अपनी इच्छा व्यक्त की। यहां विदेश कार्यालय ने यह...
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और दोनों देशों के लोगों की बेहतरी के लिए मिलकर काम करने की अपनी इच्छा व्यक्त की। यहां विदेश कार्यालय ने यह जानकारी दी। लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी की प्रचंड जीत पर इमरान ने पिछले दिनों ट्वीट करके भी बधाई दी थी।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि इमरान ने लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत पर मोदी को बधाई दी। उन्होंने बताया कि दक्षिण एशिया में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए अपनी इच्छा दोहराते हुए इमरान ने कहा कि वे इन उद्देश्यों को आगे ले जाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर काम करने के प्रति आशान्वित हैं। फैसल ने कहा कि इमरान ने इच्छा जताई कि अपने लोगों की बेहतरी के लिए दोनों देश मिलकर काम करें।
भारत के लोकसभा चुनावों के नतीजे पाकिस्तान के लिए काफी अहम हैं, क्योंकि नई सरकार भारत-पाकिस्तान संबंधों के रुख को तय करेगी। पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के संबंध बहुत खराब दौर से गुजर रहे हैं। बीते अप्रैल में इमरान ने कहा था कि यदि मोदी की पार्टी भाजपा आम चुनावों में दोबारा जीत हासिल करती है तो भारत के साथ शांति वार्ता और कश्मीर मुद्दा सुलझाने की बेहतर संभावनाएं होंगी।
लोकसभा चुनावों के नतीजे आने से एक दिन पहले किर्गिस्तान के बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन परिषद के विदेश मंत्री स्तरीय सम्मेलन के इतर भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी ने एक-दूसरे का अभिवादन किया था। कुरैशी ने वार्ता के जरिए सभी मुद्दों को सुलझाने के अपने इरादे से सुषमा को अवगत कराया था।
पाकिस्तान भारत की नई सरकार से बात करने को तैयार : कुरैशी
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि इस्लामाबाद भारत की नई सरकार से बात करने के लिए तैयार है। मीडिया रिपोर्ट्स ने रविवार को यह जानकारी दी। दैनिक समाचार पत्र नेशन के अनुसार, शनिवार को यहां इफ्तार भोज में आमंत्रित लोगों को संबोधित करते हुए कुरैशी ने जोर देकर कहा कि क्षेत्र में शांति स्थापित करने और मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों देशों को बात करनी होगी।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति स्थापित करना पाकिस्तान की प्राथमिकता है। अफगानिस्तान के मुद्दे पर विदेश मंत्री ने कहा, "हम अफगानिस्तान में शांति चाहते हैं ताकि क्षेत्र में स्थाई शांति का मार्ग प्रशस्त हो।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में अपनी सहायक की भूमिका निभाता रहेगा।