आतंकी हमले के बाद अब फ्रांस के लियोन शहर में पादरी को गिरजाघर के बाहर गोली मारी
फ्रांस के लियोन शहर में शनिवार को एक यूनानी पादरी को उनके गिरजाघर के बाहर गोली मार दी गई। पुलिस हमलावर की तलाश कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पादरी के पेट में गोली लगी है और उनका स्थानीय...
फ्रांस के लियोन शहर में शनिवार को एक यूनानी पादरी को उनके गिरजाघर के बाहर गोली मार दी गई। पुलिस हमलावर की तलाश कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पादरी के पेट में गोली लगी है और उनका स्थानीय अस्पताल में उपचार जारी है। पादरी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमलावर अकेला था और उसने शिकार करने वाली राइफल से गोली चलाई। फिलहाल, हमले के पीछे की वजहों का पता नहीं चल पाया है।
पुलिस ने गिरजाघर के आसपास के इलाके को बंद कर दिया है और ट्विटर पर संदेश के माध्यम से लोगों को घरों में ही रहने की चेतावनी दी है। फ्रांस के नीस शहर में दो दिन पहले ही एक गिरजाघर पर इस्लामिक चरमपंथी हमलावर द्वारा चाकू से किए गए हमले में तीन लोगों की जान चली गई थी।
बता दें कि फ्रांस में गुरुवार को एक गिरिजाघर में हमलावर द्वारा चाकू से किए गए हमले में तीन लोगों की मौत हो गई। नीस शहर में हुए इस हमले में जांच अधिकारियों ने बड़ा खुलासा किया है। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, हमलावर की पहचान ट्यूनीशिया के नागरिक के रूप में हुई है। हमलावर फ्रांस के चर्च में हाथ में कुरान की कॉपी और चाकू लेकर घुसा था और फिर उसने तीन लोगों की हत्या कर दी। यह पिछले दो महीनों में फ्रांस में इस तरह का तीसरा हमला है।
नाइस मेटिन अखबार ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि फ्रांस के नीस शहर में नोट्रे-डेम बेसिलिका के अंदर गुरुवार को लोगों पर हमला करने वाला ट्यूनीशिया का नागरिक है। हमलावर 21 साल का है और उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। इस हमले की जांच कर रही फ्रांस के आतंकवाद-निरोधी अभियोजक ने कहा कि हमलावर एक ट्यूनीशियाई नागरिक है जो 1999 में पैदा हुआ था। हमला करने के लिए हमलावर इटली के रास्ते आया है। वह लैम्पेदुसा के इतालवी द्वीप से चलकर 20 सितंबर को इटली पहुंचा और फिर 9 अक्टबर को पेरिस पहुंचा।
नोट्रेड्रम चर्च (गिरिजाघर) में हमले को अंजाम देने वाला हमलावर पुलिस द्वारा पकड़े जाने के दौरान घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस वारदात स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर वर्ष 2016 में बास्तील डे परेड के दौरान एक हमलावर ने ट्रक को भीड़ में घुसा दिया था, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी। दो पुलिस अधिकारियों ने नाम का खुलासा नहीं करते हुए कहा कि माना जा रहा है कि वारदात को हमलावर ने अकेले अंजाम दिया।