इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के चीफ जस्टिस को वांटेड लिस्ट में डाला, गिरफ्तारी वारंट पर पुतिन का ऐक्शन
रूस की व्लादिमीर पुतिन सरकार ने अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के अध्यक्ष और मुख्य न्यायाधीश पियोत्र होफमांस्की का नाम अपने देश की वांटेड सूची में डाल दिया है।

यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच रूसी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। रूस की व्लादिमीर पुतिन सरकार ने अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के अध्यक्ष और मुख्य न्यायाधीश पियोत्र होफमांस्की का नाम अपने देश की वांटेड सूची में डाल दिया है। रूसी एजेंसियों ने इसकी पुष्टि करते हुए सोमवार को कहा कि रूस ने यह ऐक्शन आईसीसी के उस कदम के जवाब में लिया है, जब आईसीसी ने कुछ महीने पहले एक सुनवाई के बाद पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
रूस ने सोमवार को कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के अध्यक्ष पियोत्र होफमांस्की को अपनी वांटेड सूची में डाल दिया है। रूस ने यह कार्रवाई बदले के रूप में की है, जब कुछ महीने पहले आईसीसी ने यूक्रेन में कत्लेआम के आरोप में दोषी पाए जाने पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था।
रूसी समाचार एजेंसियों ने आंतरिक मंत्रालय का हवाला देते हुए बताया, "हॉफमांस्की पियोत्र जोज़ेफ़, पोलिश। रूसी संघ के आपराधिक संहिता के एक लेख के तहत वांछित था।"
जब पुतिन के खिलाफ जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट
इस साल मार्च महीने में आईसीसी ने एक मामले की सुनवाई करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। यही वजह है कि पुतिन वारंट जारी होने के बाद रूस से बाहर निकलने में परहेज कर रहे हैं। हालांकि सुनने में आया है कि पुतिन जल्द ही चीन का दौरा कर सकते हैं। पुतिन पर यूक्रेन के बच्चों को अवैध रूप से जबरन रूस में ले जाने का आरोप भी लगा है। पुतिन पर आईसीसी ने गिरफ्तारी वारंट वार क्राइम के आरोपों में जारी किया था।
