नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को पानी की टंकी में प्रशिक्षण
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने दूसरे चंद्रमा मिशन के लिए तैयारियों में जुटी हुई है। इस मिशन के जरिये उसकी योजना अपनी पहली महिला अंतरिक्षयात्री को चांद पर उतारने की है। अंतरिक्षयात्री को चांद के कम...
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने दूसरे चंद्रमा मिशन के लिए तैयारियों में जुटी हुई है। इस मिशन के जरिये उसकी योजना अपनी पहली महिला अंतरिक्षयात्री को चांद पर उतारने की है। अंतरिक्षयात्री को चांद के कम गुरुत्वाकर्षण वाले वातावरण के लिए तैयार करने को नासा एक विशाल पानी की टंकी का उपयोग कर रहा है। मिशन 2024 में अपनी यात्रा पर रवाना होगा।
नासा ने अपनी हालिया ब्लॉग पोस्ट में कहा कि वह ह्यूस्टन स्थित जॉनसन स्पेस सेंटर की न्यूट्रल ब्यूयेंसी लैब का इस्तेमाल अंतरिक्षयात्रियों को तैयार करने में कर रहा है। यह शुरुआती चरण का प्रशिक्षण है, जिसमें अंतरिक्षयात्री सीख रहे हैं कि चांद पर कैसे जिंदा रहें और वहां कैसे काम करें। नासा ने इस प्रशिक्षण की एक तस्वीर भी जारी की है।
पानी की टंकी में अंतरिक्षयात्री ड्रयू फेसेल और डोन पेटिट प्रशिक्षण ले चुके हैं। इसका उपयोग इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के बाहर अंतरिक्ष में चलने का प्रशिक्षण देने के लिए किया जा रहा है। नासा के मुताबिक, इस टंकी के अंदर अंतरिक्षयात्री चहलकदमी कर रहे हैं, अपने रहने की जगह बना रहे हैं और धातुओं के नमूने एकत्रित कर रहे हैं, जैसा वो चांद की सतह पर करेंगे।
17 फीसदी कम गुरुत्वाकर्षण:
नासा ने कहा कि टंकी में उतरने वाले अंतरिक्षयात्रियों ने वजनी जैकेट और पिट्ठू बैग इसलिए लिए हुए हैं, ताकि उन्हें वैसा ही अनुभव हो, जैसा चांद पर एक अंतरिक्षयात्री को होगा। चांद पर पृथ्वी की तुलना में गुरुत्वाकर्षण करीब 17 फीसदी कम है।