ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News विदेशअंतरिक्ष कबाड़ से टकरा गया था यान, जानें साल भर बाद पृथ्वी पर कैसे लौटा NASA का एस्ट्रोनॉट

अंतरिक्ष कबाड़ से टकरा गया था यान, जानें साल भर बाद पृथ्वी पर कैसे लौटा NASA का एस्ट्रोनॉट

अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री को 180 दिन के मिशन पर भेजा गया था, मगर हादसे के चलते यह 371 दिनों तक खींच गया। इस तरह रुबियो ने मार्क वांडे हेई की तुलना में स्पेस में 2 हफ्ते अधिक समय बिताया।

अंतरिक्ष कबाड़ से टकरा गया था यान, जानें साल भर बाद पृथ्वी पर कैसे लौटा NASA का एस्ट्रोनॉट
Niteesh Kumarलाइव हिन्दुस्तान,वाशिंगटनWed, 27 Sep 2023 07:06 PM
ऐप पर पढ़ें

NASA के एक एस्ट्रोनॉट और 2 रूसी अंतरिक्ष यात्री साल भर से अधिक समय तक स्पेस में फंसे रहने के बाद बुधवार को पृथ्वी पर लौटे। इस तरह अमेरिका के फ्रैंक रुबियो ने स्पेसफ्लाइट में सबसे लंबे समय तक रहने का रिकॉर्ड भी बना दिया। इन तीनों को कजाकिस्तान के एक दूरदराज के इलाके में सोयुज कैप्सूल से उतारा गया। दरअसल, ये जिस यान में गए थे वो अंतरिक्ष कबाड़ से टकरा गया था। इसके चलते उसका कूलिंग सिस्टम खराब हो गया था। यह घटना अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर डॉक करते वक्त हुई थी।

अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री को 180 दिन के मिशन पर भेजा गया था, जो हादसे के चलते 371 दिनों तक खींच गया। इस तरह रुबियो ने मार्क वांडे हेई की तुलना में स्पेस में 2 हफ्ते अधिक समय बिताया। इससे पहले नासा की ओर से सिंगल स्पेसफ्लाइट में अधिक समय तक रहने का रिकॉर्ड हेई के नाम ही था। मालूम हो कि स्पेस में सबसे ज्यादा वक्त तक ठहरने का रिकॉर्ड रूसी अंतरिक्ष यात्री के नाम दर्ज है जो कि 437 दिनों तक रुके थे। 1990 के दशक के मध्य में कारनामा हुआ था जिसे एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। 

कैप्सूल का कूलिंग सिस्टम खराब होने की थी आशंका 
बता दें कि सोयुज कैप्सूल के जरिए तीनों अंतरिक्ष यात्रियों (रुबियो, सर्गेई प्रोकोपयेव और दिमित्री पेटेलिन) को वापस लाया गया, जिसे रिप्लेसमेंट के तौर पर फरवरी में लॉन्च किया गया था। रूसी इंजीनियरों को आशंका थी कि अंतरिक्ष कबाड़ का टुकड़ा पिछले साल उनके पहले वाले कैप्सूल के रेडिएटर में घुस गया था, जिसे 6 महीने के मिशन पर भेजा गया था। इंजीनियरों को डर था कि टक्कर की वजह से कैप्सूल का कूलिंग सिस्टम काम नहीं करता, जिससे उसमें बैठे लोगों को खतरनाक स्तर की गर्म का सामना करना पड़ता। इसलिए उस यान को खाली ही वापस लाया गया। 

परिवार से दूर होने का रहा गम: एस्ट्रोनॉट
इस महीने तक नया क्रू लॉन्च करने लिए कोई दूसरा सोयुज नहीं था। मगर, इसका रिप्लेसमेंट करीब 2 हफ्ते पहले मिल गया। अंतरिक्ष स्टेशन के नए कमांडर डेनमार्क के एंड्रियास मोगेन्सन ने कहा था, 'आपसे ज्यादा कोई भी अपने परिवार के पास जाने का हकदार नहीं है। मालूम हो कि 47 वर्षीय रुबियो सेना में डॉक्टर और हेलीकॉप्टर पायलट रहे हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि अगर उन्हें पता होता कि स्पेस में एक साल के लिए जाना है तो वो इसके लिए तैयार नहीं होते। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने परिवार से दूर होने का एहसास तकलीफ देता है। रुबियो के चार बच्चे हैं जो पढ़ाई-लिखाई कर रहे हैं। 

विधानसभा चुनाव 2023 के सारे अपड्टेस LIVE यहां पढ़े