'मोदी डेंग जियाओपिंग हैं, भारत को दी ऊंचाई', ग्लोबल मंच पर PM की चीन के दिग्गज नेता से तुलना
PM Modi is Deng Xiaoping: रे डेलियो ने कहा, मुझे लगता है कि मोदी डेंग जियाओपिंग हैं। उनके पास बड़े पैमाने पर सुधार और रचनात्मक विकास है। भारत बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे नहीं लगता कि कोई भी मुद्दा भारत क

PM Modi is Deng Xiaoping: अमेरिकी अरबपति और निवेशक रे डेलियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल की तारीफ करते हुए कहा है कि भारत की संभावित विकास दर दुनिया के बाकी देशों से सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि उनके पास भारत समेत दुनिया के शीर्ष 20 देशों के अगले 10 साल की विकास दर का अनुमान है और उनमें सबसे बेहतर भारत का स्थान है।
अमेरिका के लॉस एंजिल्स में UCLA कैम्पस के रॉयस हॉल में ऑल-इन समिट 2023 में रे डेलियो ने कहा, "मुझे लगता है कि भारत आज वहीं खड़ा है, जहां चीन था, जब मैंने 1984 में वहां जाना शुरू किया था। इसलिए, यदि आप प्रति व्यक्ति आय के स्वरूप को देखेंगे, तो मुझे लगता है कि मोदी डेंग जियाओपिंग हैं। उनके पास बड़े पैमाने पर सुधार और रचनात्मक विकास है। भारत बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे नहीं लगता कि कोई भी मुद्दा भारत को रोक पाएगा।"
डेलियो ने कहा, "इतिहास में जो देश तटस्थ थे, उन्होंने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। दूसरे शब्दों में वैसे देश युद्धों में विजेताओं से बेहतर रहे हैं। चूंकि हमारे देश अमेरिका का चीन और उसके सहयोगियों, रूस और इसी तरह के अन्य देशों के साथ एक तरह का संघर्ष है, लेकिन जो देश जैसे भारत बीच -बीच की स्थिति में हैं, वे इससे लाभान्वित होने जा रहे हैं।"
कौन थे डेंग जियाओपिंग
डेंग जियाओपिंग चीन के एक क्रांतिकारी और सुधारवादी नेता थे, जिन्होंने माओत्से तुंग के निधन के बाद चीन को बाजारवादी अर्थव्यवस्था की तरफ आगे बढ़ाया था। उन्होंने दिसंबर 1978 से नवंबर 1989 तक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के सर्वोपरि नेता के रूप में काम किया था। 1976 में माओत्से तुंग के निधन के बाद डेंग धीरे-धीरे चीन के सर्वोच्च नेता बन गए थे। तब माओ की मौत के बाद चीन राजनीतिक और आर्थिक संकटों से घिर गया था।
माओ के महान सर्वहारा सांस्कृतिक क्रांति और उसके बाद की गुटीय लड़ाई ने देश को बहुत अधिक गरीब, कमजोर और अलग-थलग कर दिया था लेकिन जब डेंग जियाओपिंग ने देश की बागडोर संभाली तो उन्होंने बाजार और अर्थव्यवस्था में सुधार की एक लंबी श्रृंखला की शुरुआत की। इससे चीन आर्थिक रूप से फिर से सक्षम हो सका। डेंग को इसी वजह से "आधुनिक चीन का वास्तुकार" भी कहा जाता है।