छुपम-छुपाई खेलते-खेलते कुछ ऐसा हुआ कि 15 साल का लड़का पहुंच गया दूसरे देश
बांग्लादेश के चटगांव के पोर्ट पर छुपम छुपाई खेलते-खेलते एक लड़का कंटेनर में छिप गया और वहीं सो गया। इसके बाद कंटेनर को मलेशिया जाने वाले शिप पर लोड कर दिया गया।

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आपने हॉलिवुड की फिल्म 'नार्निया' तो देखी ही होगी। इसमें कुछ बच्चे छुपम-छुपाई खेलते-खेलते खुद को एक अलमारी में लॉक कर देते हैं और फिर वे दूसरी दुनिया में पहुंच जाते हैं जहां से वापस आना उनके लिए बहुत मुश्किल हो जाता है। कुछ ऐसी ही घटना असल में भी घटी। एक 15 साल का बच्चा छुपम-छुपाई खेलते-खेलते दूसरे देश पहुंच गया और एक सप्ताह बाद उसका पता चल पाया। दरअसल उसने खुद को एक शिपिंग कंटेनर में लॉक कर लिया।
घटना बांग्लादेश की है। फहीम अपने दोस्तों के साथ चटगांव के पोर्ट पर खेल रहा था। वह एक कंटेनर में छिप गया और उसी में सो गया। इसके बाद कंटनेर को एक कमर्शल शिप में लोड कर दिया गया। यह शिप मलेशिया जा रहा था। बच्चा 11 जनवरी को कंटनेर में बैठा था और 17 जनवरी को उसका पता चल पाया। वह वेस्ट पोर्ट पहुंच चुका था।
मलेशिया के गृह मंत्री दातुक सेरी सैफुद्दीन ने कहा, लड़के को बस इतना ही पता चला कि वह कंटेनर के अंदर घुसा और इसके बाद मलेशिया में निकला। उसे शिपिंग कंटनेर से निकाला गया तो उसकी हालत खराब थी। भूख-प्यास से वह बेहोश हो गया था। इसी कंटेनर में उसने 2300 मील की दूरी तय की। जांच के बाद अधिकारियों ने कहा कि वह खेल के दौरान ही कंटेनर में छिपा था।
पुलिस ने पहले तो लड़के पर संदेह किया था। उसे लगा था कि यह मामला मानव तस्करी का है। लेकिन जल्द ही सारा भेद सामने आ गया। अक्टूबर में ही कुछ ऐसा ही केस हुआ था लेकिन बच्चें की मौत हो गई थी। वह चटगांव से मलेशिया के पेनांग जाने वाले कंटेनर में लॉक हो गया था। इसके बाद उसका शव मिला था।