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लाहौर फिदायीन हमला: मरने वालों की संख्या बढ़ कर 11 हुई, सिर्फ 15 साल का था तालिबानी लड़ाका

पाकिस्तान के लाहौर में सबसे पुरानी सूफी दरगाह के बाहर हुए शक्तिशाली आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़ कर 11 हो गयी। अधिकारियों ने बताया कि घटना में घायल एक अन्य पुलिसकर्मी ने...

लाहौर फिदायीन हमला: मरने वालों की संख्या बढ़ कर 11 हुई, सिर्फ 15 साल का था तालिबानी लड़ाका
एजेंसी,लाहौरThu, 09 May 2019 04:31 PM
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पाकिस्तान के लाहौर में सबसे पुरानी सूफी दरगाह के बाहर हुए शक्तिशाली आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़ कर 11 हो गयी। अधिकारियों ने बताया कि घटना में घायल एक अन्य पुलिसकर्मी ने गुरुवार को दम तोड़ दिया। यह धमाका मुसलमानों के पवित्र रमजान महीने के दौरान हुआ और इसे एक किशोर तालिबानी लड़ाके ने अंजाम दिया जिसने 11 वीं शताब्दी की इस दरगाह के निकट विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया।

पुलिस ने बताया कि 11वीं सदी के दाता दरबार दरगाह के गेट नंबर दो के बाहर सुबह करीब पौने नौ बजे शक्तिशाली विस्फोट हुआ। दाता दरबार दक्षिण एशिया में सबसे बड़ा सूफी दरगाह है जहां सुरक्षा के लिये पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया जाता है। सीसीटीवी फुटेज में यह नजर आ रहा है कि काली सलवार कमीज और बम से लैस जैकेट पहने एक किशोर लड़का पुलिसकर्मियों के वाहन के करीब जाता है और खुद को बम से उड़ा लेता है।

जियो न्यूज की खबरों में कहा गया है कि इस धमाके में छह पुलिसकर्मियों समेत 11 लोगों की मौत हो चुकी है । खबर के अनुसार 26 अन्य लोग घायल हो गए हैं। लाहौर पुलिस के प्रवक्ता सैयद मुबाशिर ने बुधवार को प्रेट्र को बताया, ''आत्मघाती हमलावर करीब 15 साल का था और विस्फोट करने से पहले उसकी कोई गतिविधि संदिग्ध नहीं थी।"

हरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से अलग होकर बने जमात-उल-अहरार (जेईए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। मुबाशीर ने कहा, ''जमात अहरार ने सोशल मीडिया पर हमले की जिम्मेदारी ली है लेकिन फिलहाल जांच से पहले हम इसकी पुष्टि नहीं कर सकते।" पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक आरिफ नवाज ने पत्रकारों से कहा कि यह एक फिदायी हमला था और उनका निशाना सूफी संत अली हजवारी की दरगाह के बाहर खड़ा पुलिसकर्मियों का वाहन था। सूफी संत अली हजवारी दाता दरबार के नाम से मशहूर हैं।

उन्होंने कहा कि आत्मघाती बम हमलावर पुलिसकर्मियों के वाहन के करीब आया और खुद को बम से उड़ा लिया। हमले में पांच पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी और अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। स्थानीय मीडिया की खबर के अनुसार धमाके का असर इतना जोरदार था कि पास खड़े वाहनों और इमारतों की खिड़कियों के शीशे टूट गये। टेलीविजन पर जारी वीडियो फुटेज में दरगाह के आसपास खड़ी कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त नजर आ रही हैं।

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