एक भी वोट डाले बिना बन गईं राष्ट्रपति
सिंगापुर में बुधवार को अजीब नजारा देखने को मिला। यहां एक भी वोट डाले बगैर एक महिला राष्ट्
कैसे हुआ यह निर्वाचन
राष्ट्रपति पद पर चुने जाने के लिए हलीमा को वास्तविक रूप से इस महीने होने वाले चुनाव का सामना नहीं करना पड़ा। इसका कारण यह था कि यहां प्रशासन ने इस पद पर खड़े होने के लिए उनके विरोधियों को अयोग्य करार दिया था। हालांकि यहां पहले भी ऐसा होता रहा है कि सरकार ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को आयोग्य करार दिया हो जिसके बाद चुनाव अनावश्यक हो गया हो। यहां दशकों से एक ही पार्टी सत्ता में है।
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यह क्या मजाक है?
औपचारिक रूप से राष्ट्रपति बनने की घोषणा होने के बाद हिजाब पहनने वाली 63 वर्षीय हलीमा की आलोचना सोशल मीडिया पर भी हो रही है। एक फेसबुक यूजर ने लिखा, बिना चुनाव के निर्वाचित, क्या मजाक है। कई ने इसे लोकतंत्र का सबसे भद्दा मजाक बताया।