डोनाल्ट ट्रंप के प्रशासन का चीन के प्रति सख्त रवैया दुनिया ने देखा और इसकी वजह से चीन को कई पाबंदियां झेलनी पड़ी लेकिन आज शपथ लेकर अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनने वाले जो बाइडेन का प्रशासन भी चीन की मुश्किलों को बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जो बाइडेन ने खुफिया प्रमुख के तौर पर ऐवरिल हेन्स को नामित किया है जिन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह चीन की तरफ से मिल रही चुनौतियों का सामना करने के लिए आक्रामक रुख अपनाए जाने का समर्थन करती हैं।
ऐवरिल ने कहा चीन को अमेरिका की सुरक्षा और समृद्धि के लिए खतरा बताते हुए कहा कि वह बीजिंग की तरफ से मौजूदा समय में मिल रही चुनौतियों का आक्रामकता से सामना करने का समर्थन करती हैं।
नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर पद के लिए कन्फरमेशन हियरिंग के दौरान ऐवरिल ने कहा कि चीन को लेकर अमेरिका के दृष्टिकोण को अब बदलना होगा ताकि चीन की मुखरता और आक्रामकता का सामना किया जा सके।
उन्होंने कहा, 'चीन हमारी सुरक्षा, समृद्धि मूल्यों और कई अन्य मामलों के लिए चुनौती है और मैं इसलिए आक्रामक रुख का समर्थन करती हूं ताकि हम जिन हालात का सामना कर रहे हैं, उनसे निपट सकें। अगर मैं यह पद हासिल करती हूं तो खुफिया विभाग इस क्षेत्र में बहुत मदद कर सकता है।'
उन्होंने कहा कि चीन जासूसी जैसे कुछ मुद्दों को लेकर विरोधी रवैया अपनाता है और हम उसे किसी भी तरह से गैरकानूनी कार्रवाई करने से रोकेंगे। हालांकि, अन्य मुद्दों में हम उनके साथ सहयोग करने की कोशिश करेंगे फिर वह क्लाइमेट चेंज का मुद्दा या कुछ और।
ऐवरिल ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'चीन की मंशा और क्षमता को समझने के लिए अपने संसाधन लगाना और उसपर ध्यान रखने के अलावा मेरा फोकस इसपर भी होगा कि हम उसकी ओर की गई कार्रवाई को रोकें और हमारे हित के खिलाफ कुछ भी ऐक्शन लेने पर चीन की जवाबदेही तय करें।'
जो बाइडेन ने ऐवरिल को बीते महीने खुफिया विभाग के निदेशक के पद के लिए नामित किया था। ऐवरिल इससे पहले ओबामा प्रशासन में वाइट हाउस की डेप्युटी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर रह चुकी हैं।