फिर भारतीय मूल का एक सिख कनाडा में टारगेट किलिंग का शिकार, 29 साल के युवक की कार में हत्या
कनाडाई पुलिस के कान तब खड़े हो गए, जब इस हत्या का पता चलने के करीब 15 मिनट बाद ही करीब 6KM की दूरी पर एक कार में आग लगने की सूचना मिली। पुलिस के मुताबिक, किसी अपराध को अंजाम देने के बाद, ऐसा होता रहा

कनाडा में चल रहे खालिस्तान समर्थकों के हंगामों और विरोध-प्रदर्शनों के बीच ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक भारतीय-कनाडाई सिख की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। कनाडाई पुलिस ने टारगेट किलिंग के शिकार की पहचान एबॉट्सफ़ोर्ड निवासी 29 वर्षीय गगनदीप संधू के रूप में की है। शनिवार की शाम 5 बजे के बाद गोलीबारी की सूचना पर जब रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) की बर्नाबी टीम घटनास्थल पर पहुंची तो वहां पार्किंग क्षेत्र में एक व्यक्ति को मृत पाया। हत्या की जांच इंटीग्रेटेड होमिसाइड इन्वेस्टिगेशन टीम (IHIT) कर रही है, जिसने रविवार को, मृतक की पहचान गगनदीप संधू के रूप में की।
IHIT ने एक बयान में कहा है कि संधू को तब गोली मारी गई, जब वह एक भूमिगत पार्किंग स्थल में एक गाड़ी में बैठा हुआ था। अपनी विज्ञप्ति में बर्नाबी RCMP ने कहा कि उसका मानना है कि शूटिंग "लक्षित" थी। इस हमले से जनता के लिए कोई और जोखिम नहीं है। IHIT ने इस बयान के एक दिन बाद इसकी पुष्टि की है। IHIT ने भी कहा कि प्रारंभिक साक्ष्य से पता चलता है कि यह एक टारगेट कीलिंग थी, हालांकि, इसका मकसद स्पष्ट नहीं है।
कनाडाई पुलिस के कान तब खड़े हो गए, जब इस हत्या का पता चलने के करीब 15 मिनट बाद ही करीब छह किलोमीटर की दूरी पर एक कार में आग लगने की सूचना मिली। पुलिस के मुताबिक, किसी अपराध को अंजाम देने के बाद, खासकर टारगेट कीलिंग में इस्तेमाल की गई गाड़ियों को आग लगाना, वहां सक्रिय गिरोहों की कार्यप्रणाली का हिस्सा रहा है। हालाँकि, मामले के जांचकर्ताओं ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है कि संधू की हत्या भी उस क्षेत्र में चल रहे गिरोह युद्ध से जुड़ी थी या नहीं।
पुलिस कर्मियों ने इस बात की भी पुष्टि नहीं की कि हत्या और जली हुई काली होंडा पायलट एसयूवी के बीच आपस में कोई कनेक्शन है या नहीं। आईएचआईटी के प्रवक्ता सार्जेंट टिमोथी पिएरोटी ने एक बयान में कहा, "आईएचआईटी दोनों मामलों की जांच कर रही है और यह निर्धारित करने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ले रही है कि क्या दोनों घटनाएं आपस में जुड़ी हैं या नहीं?
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इससे पहले 2016 के फरवरी में संधू कैलगरी में था, जहाँ उसे एक हिंसक घरेलू हमले में गिरफ्तार किया गया था। संधू पर नशीली दवाओं, डकैती और आग्नेयास्त्र अपराधों का भी आरोप लगाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस पर जबरन बंधक बनाने के भी आरोप रहे हैं।
