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भारतीयों के लिए कठिन होगी UK की राह, VISA के लिए देनी होगी दोगुनी कीमत

भारतीयों और गैर यूरोपीय संघ (ईयू) के नागरिकों के लिए यूके का वीजा दिसंबर से और महंगा हो जाएगा। आप्रवासन स्वास्थ्य अधिभार (आईएचएस) बढ़ाने से वीजा महंगा होगा।  एक अधिकारी ने बताया कि छात्र,...

भारतीयों के लिए कठिन होगी UK की राह, VISA के लिए देनी होगी दोगुनी कीमत
प्रसून सोनवलकर,लंदनSat, 13 Oct 2018 07:11 PM
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भारतीयों और गैर यूरोपीय संघ (ईयू) के नागरिकों के लिए यूके का वीजा दिसंबर से और महंगा हो जाएगा। आप्रवासन स्वास्थ्य अधिभार (आईएचएस) बढ़ाने से वीजा महंगा होगा। 

एक अधिकारी ने बताया कि छात्र, पेशेवर और परिवार के सदस्यों द्वारा वीजा का आवेदन करने पर यह नियम लागू होगा। वर्तमान में यह अधिभार हर साल के लिए 200 पाउंड (19,385 रुपये) है। वहीं दिसंबर में यह बढ़कर 400 पाउंड (38,770 रुपये) हो जाएगा। वहीं छात्रों और गतिशीलता से जुड़े युवाओं के लिए रियायत के साथ यह 300 पाउंड (29,077 रुपये) में मिलेगा। संसदीय अनुमोदन के बाद दिसंबर से बढ़ा हुआ आईएचएस प्रभावी होगा।  आप्रवासन स्वास्थ्य अधिभार उन प्रवासियों पर नहीं लगाया जाता जो देश में स्थायी निवासी का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं। 

58 हजार करोड़ की कमाई की है ब्रिटेन ने अधिभार से

आप्रवासन स्वास्थ्य अधिभार को 2015 में लागू किया गया था। जिसके बाद यूके में यूके में रहने वाले आप्रवासियों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) का लाभ मिलना शुरू हुआ। अधिभार की वजह से 2015 से भारतीय और गैर यूरोपीय संघ के नागरिकों से ब्रिटेन को 600 मिलियन डॉलर (58 हजार करोड़ रुपये) की कमाई हुई है। छह माह से अधिक मान्यता वाले वीजा धारकों से यह कमाई की गई है। 

यह राष्ट्रीय सेवा है

आप्रवासन मंत्री कैरोलीन नोक्स ने कहा कि हम दीर्घकालीन समय के लिए एनएचएस का प्रयोग करने वाले प्रवासियों का स्वागत करते हैं। लेकिन एनएचएस एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा है न कि अंतरराष्ट्रीय। उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि दीर्घकालिक स्थायित्व के लिए यह योगदान उचित है। नोक्स ने कहा कि हम अस्थायी रूप से ब्रिटेन में रहने के इच्छुक लोगों के लिए स्वास्थ्य देखभाल के लिए अच्छी योजना पेश करते रहेंगे। 

हर साल एक व्यक्ति पर 45 हजार का खर्च

अधिकारियों ने कहा कि सुनियोजित वृद्धि अधिभार का भुगतान करने वाले लोगों के इलाज के लिए एनएचएस की लागत को बेहतर ढंग से दर्शाती है। माना जाता है कि एनएचएस हर साल एक व्यक्ति पर 470 पाउंड (45 हजार रुपये) इलाज के लिए खर्च करता है। 

इन देशों के वीजा पर इतना खर्च होगा

अलग-अलग देशों में जाने के लिए वीजा खर्च भी अलग होता है। अगर आपके पास पासपोर्ट है तो दुनिया के कुछ लोकप्रिय देशों में घूमने जाने के लिए आपको वीजा पर इतना खर्च करना पड़ सकता है। 

थाईलैंड: थाईलैंड भारतीय नागरिकों को अपने देश में आगमन पर 4,452 रुपये में वीजा देता है। इस वीजा की अवधि 15 दिनों तक के लिए ही मान्य होती है।  

इंडोनेशिया: भारतीय पासपोर्ट धारक इंडोनेशिया में बिना वीजा के 30 दिनों तक यात्रा कर सकते हैं। इस देश की करेंसी पर भगवान गणेश की फोटो होती है। 

फ्रांस: भारतीय पासपोर्ट धारकों को फ्रांस में यात्रा के लिए शेंगेन वीजा मिलता है, जिससे फ्रांस के 26 राज्यों में यात्रा की जा सकती है। कम अवधि के लिए वीजा का खर्च 60 यूरो (5,117 रुपये) है।

श्रीलंका: श्रीलंका भारतीय नागरिकों के लिए 1,453 रुपये में ई-वीजा देता है। यह सिंगल-एंट्री वीजा 30 दिनों के लिए मान्य है।

स्विट्जरलैंड: भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए स्विट्जरलैंड शेंगेन वीजा देता है जिसका खर्च 6,333 रुपये है। इसमें 1,333 रुपये का वीजा सेवा शुल्क भी शामिल होता है।

मालदीव : मालदीव भारतीय पासपोर्ट धारकों को 30 दिनों की अवधि के लिए वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा देता है।

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