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यूएन कोर्ट में पाक का एक और झूठ, कहा- कुलभूषण जाधव मामले में चला निष्पक्ष ट्रायल

पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में चरम तनाव के बीच हेग स्थित इंटरनेशन कोर्ट ऑफ जस्टिस में पाकिस्तान अपना पक्ष रख रहा है। पाकिस्तान की तरफ से वहां के अटॉर्नी जनरल अनवर मंसूर खान ने...

यूएन कोर्ट में पाक का एक और झूठ, कहा- कुलभूषण जाधव मामले में चला निष्पक्ष ट्रायल
एजेंसी,हेग।Tue, 19 Feb 2019 05:18 PM
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पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में चरम तनाव के बीच हेग स्थित इंटरनेशन कोर्ट ऑफ जस्टिस में पाकिस्तान अपना पक्ष रख रहा है। पाकिस्तान की तरफ से वहां के अटॉर्नी जनरल अनवर मंसूर खान ने पक्ष रखते हुए कहा कि जाधव मामले में पाकिस्तान की सैन्य अदालत में संविधान के अंतर्गत निष्पक्ष ट्रायल चला है।

पाक अटॉर्नी जनरल ने कहा कि जाधव भारत की खुफिया एजेंसी का हिस्सा हैं। उन्हें ये बात मानी है।

अनवर मंसूर खान ने कहा- भारत की तरफ स आईसीजी में याचिका पुरानी लोकोक्ति का उदाहरण है- “जिसमें कहा गया है कि मुंह में राम और बगल में छूरी। मैनें भारतीय बर्बरता देखी है।” पाकिस्तान ने आईसीजे में कहा- भारत के इस केस को कोर्ट को फौरन अस्वीकार कर देना चाहिए क्योंकि यह पूरी तरह से झूठ पर आधारित है। इस में लगाए गए आरोप मगढंत और हास्यास्पद है।

पाकिस्तान की सैन्य अदालत से भारतीय नौसेना के अधिकारी कुलभूषण जाधव को दी गई फांस की सजा के खिलाफ हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत में सोमवार से शुरू हुई सुनवाई का आज दूसरा दिन था। आज पाकिस्तान की तरफ से तर्क रखा जा रहा है।

इससे पहले, सोमवार को इस बहुचर्चित मामले की सुनवाई हुई और इसमें भारत का पक्ष विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी दीपक मित्तल तथा वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने रखा। न्यायालय को इस बात से अवगत कराया गया कि पाकिस्तान में जाधव के खिलाफ सुनवाई निष्पक्ष नहीं हुई है। इस दौरान यह भी कहा गया कि पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने सुनवाई के दौरान उपयुक्त प्रकिया के न्यूनतम मानकों को भी नहीं पूरा किया है।

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चार दिनों तक चलने वाली सुनवाई के पहले चक्र में साल्वे ने न्यायाधीशों को अवगत कराया कि विएना संधि के अनुसार राजनयिक संपर्क दिए बगैर जाधव को लगातार हिरासत में रखा जाना अवैध है तथा पाकिस्तान की कहानी तथ्यों के आधार पर न होकर वाकपटुता और चालाकी पर आधारित है।

साल्वे ने कहा कि पाकिस्तान जाधव मामले को दुष्प्रचारित कर रहा है और अभी तक पाकिस्तान ऐसा कोई भी सबूत नहीं दे सका है जिससे आतंकवादी गतिविधियों में उसकी लिप्तता शामिल हो सके। जाधव के कबूलनामे को पाकिस्तान ने एक दुष्प्रचार के तौर पर इस्तेमाल किया है। यह विएना संधि का उल्लंघन है।

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