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कश्मीर पर UNSC में शिकस्त के बाद इमरान खान ने 'थपथपाई' अपनी पीठ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा कश्मीर पर बंद कमरे में विचार-विमर्श करने का शनिवार को स्वागत करते हुए कहा कि इस विवाद को हल करना विश्व निकाय की...

कश्मीर पर UNSC में शिकस्त के बाद इमरान खान ने 'थपथपाई' अपनी पीठ
एजेंसी,इस्लामाबादSun, 18 Aug 2019 12:05 AM
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा कश्मीर पर बंद कमरे में विचार-विमर्श करने का शनिवार को स्वागत करते हुए कहा कि इस विवाद को हल करना विश्व निकाय की ''जिम्मेदारी" है। खान ने टि्वटर पर कहा कि पांच दशक में यह पहली बार है जब ''दुनिया के सर्वोच्च कूटनीतिक फोरम ने कश्मीर और वहां मौजूद ''गंभीर" स्थिति के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा, ''मैं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का स्वागत करता हूं।

खान ने कहा कि इस मुद्दे पर परिषद के 11 प्रस्ताव हैं और यह बैठक ''इन प्रस्तावों" की पुन: पुष्टि के लिए हुई। उन्होंने कहा कि इस विवाद का समाधान निकालना ''इस विश्व निकाय की जिम्मेदारी है।" खान के बयान से एक दिन पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने न्यूयॉर्क में एक अनौपचारिक बैठक में कश्मीर के मुद्दे को उठाया। पाकिस्तान ने इसे बड़ी सफलता मिलने का दावा किया है।

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असल में कश्मीर पर सुरक्षा परिषद की बैठक बेनतीजा रही जिससे पाकिस्तान और उसके मित्र देश चीन की इस मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिशों को धक्का लगा। 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अधिकतर सदस्यों ने इसे नयी दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच द्विपक्षीय मुद्दा बताया।

बैठक की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि चीन अगस्त महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष पोलैंड द्वारा किए गए विचार-विमर्श के बाद कोई नतीजा निकालने या बयान जारी करने पर जोर दे रहा था। बहरहाल, सुरक्षा परिषद के ज्यादातर सदस्यों ने कहा कि कोई बयान जारी नहीं होना चाहिए या कोई नतीजा नहीं निकालना चाहिए।

चीन और पाकिस्तान के अनुरोध पर अनौपचारिक बैठक पूरी होने के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने मीडिया से कहा कि भारत का रुख यही था और है कि संविधान के अनुच्छेद 370 संबंधी मामला पूर्णतया भारत का आतंरिक मामला है और इसका कोई बाह्य असर नहीं है। केंद्र द्वारा जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने की घोषणा से कुछ समय पहले पांच अगस्त को कश्मीर में कर्फ्यू लगाया गया था।

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