गर्भपात कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे अलबामावासी, दुनिया भर में उठे विरोध के सुर
गर्भपात पर सख्त कानून को लेकर दुनिया भर में बहस छिड़ी हुई है। अमेरिकी प्रांत अलबामा में गर्भपात पर लाए गए देश के सबसे सख्त प्रतिबंधों के विरोध में हजारों लोग रविवार को सड़कों पर उतरे। गर्भपात के...
गर्भपात पर सख्त कानून को लेकर दुनिया भर में बहस छिड़ी हुई है। अमेरिकी प्रांत अलबामा में गर्भपात पर लाए गए देश के सबसे सख्त प्रतिबंधों के विरोध में हजारों लोग रविवार को सड़कों पर उतरे। गर्भपात के कानून को लेकर फ्रांस में चल रहे कान फिल्म महोत्सव में भी रविवार को विरोधी सुर ने दस्तक दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य की राजधानी मोंटगोमरी में अल्बामा मानव जीवन संरक्षण कानून की निंदा करने के लिए महिला प्रजनन अधिकारों की वकालत करने वाले करीब 500 कार्यकर्ता एकत्रित हुए। वहीं बर्मिंघम, एनिस्टन और हंट्सविले में करीब 3,000 लोग इस विरोध में शामिल हुए। एचबी314 के तौर पर जाने जाना वाला यह कानून गर्भपात को गैरकानूनी बनाता है।
मोंटगोमरी में विरोध रहे लोगों के हाथों में ‘हर बॉडी, हर च्वाइस एंड वी आर नॉट ऑवरी’ लिखे हुए पोस्टर थे। कई अन्य महिलाएं टेलीविजन श्रृंखला ‘द हैंडमेड्स टेल’ के उन चरित्रों की पोशाक पहनी थी, जिनमें बच्चा पैदा करने के लिए मजबूर किया जाता था। अमांदा नाम की एक महिला ने अल्बामा के कानून निर्माताओं पर महिलाओं एवं चिकित्सकों को जेल में डालने की कोशिश का आरोप लगाया। 40 वर्षीय वकील ने बताया कि हैंडमेड्स टेल की पोशाक पहनने का मकसद एक संदेश देना था कि आप हमें बच्चा पैदा करने के लिए गुलाम बनाना चाहते हैं।
ट्रंप कर चुके हैं समर्थन :
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को ट्वीट किया कि जैसा कि ज्यादातर लोग जानते हैं और जो लोग जानना चाहते हैं, उनके लिए मैं जीवन समर्थक हूं, केवल तीन मामलों में अपवाद होने चाहिए (दुष्कर्म, सगे-संबंधी के साथ यौन संबंध और मां की जान बचाना)। अगले साल के चुनाव में यह मुद्दा अहम बन सकता है।
अमेरिकी अभिनेत्री जैनी हद्दाद टॉम्पकिंस ने कहा, "इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (नपुंसकता) अबॉर्शन घटाने के लिए भगवान की योजना का हिस्सा है। हमें खुद को बचाने के लिए वियाग्रा के इस्तेमाल को अपराध घोषित कर देना चाहिए।" पॉप गायिका लेडी गागा ने कहा, "गर्भपात के सख्त कानून असर जिन पर पड़ेगा मैं अलबामा की उन सभी महिलाओं के लिए प्रार्थना करती हूं।"
क्या है मामला :
पिछले हफ्ते अल्बामा ने एक कानून पारित किया था, जो गर्भपात पर करीब-करीब पूरी तरह से प्रतिबंध लगाता है। इसके तहत दुष्कर्म और पारिवारिक यौन हिंसा की शिकार लड़कियों को भी गर्भपात की छूट नहीं दी गई है। अगर अजन्मे बच्चे की मां की सेहत को गंभीर खतरा हो और अगर अजन्मे बच्चे को कोई जानलेवा बीमारी हो, ऐसे मामले में गर्भपात कराने की छूट है। इस कानून के तहत गर्भपात करने वाले चिकित्सकों को 99 साल की जेल तक की सजा हो सकती है।
किन देशों में पूरी तरह प्रतिबंधित :
लातिन अमेरिका के तीन देश, डोमिनिकन गणराज्य, एल सेल्वाडोर और निकारागुआ तथा यूरोप के दो देश माल्टा और होली सी में गर्भपात पूरी तरह प्रतिबंधित है। हालांकि यहां होने वाली मां की जिंदगी को खतरा होने की स्थितियों में प्रतिबंध में छूट का प्रावधान है।
इन देशों में कोई रोक नहीं :
मोजाम्बिक, टूनिशिया,दक्षिण अफ्रीका, चीन, नेपाल, उत्तर कोरिया, नेपाल, इटली, उज्बेकिस्तान आदि देशों में गर्भपात में कोई रोक नहीं है।