क्या इस्माइल हानियेह को भारतीय ‘अमित नाकेश’ ने मारा? तुर्की मीडिया के दावे से खलबली
उसाक ओले जैसे तुर्की आउटलेट में तो अमित नाकेश की प्रोफाइल लिखी गई। इसमें अनुमान लगाया कि आरोपी भारतीय मूल का इजरायली हो सकता है, क्योंकि उसका पहला नाम अमित है जो कि भारत में बहुत कॉमन है।
हमास के पॉलिटिकल विंग के चीफ इस्माइल हानियेह की हत्या का मामला इन दिनों गरमाया हुआ है। क्या हानियेह को भारतीय 'अमित नाकेश' ने मौत के घाट उतारा? आखिर इस तरह की चर्चा क्यों हो रही है? चलिए हम आपको पूरा मामला समझाते हैं। दरअसल, कुछ तुर्की मीडिया आउटलेट्स की रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हमास के सरगना को खत्म करने के लिए 'अमित नाकेश' नाम के एजेंट को भेजा गया था। हालांकि, जल्द ही इन आउटलेट्स को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा और उन्होंने यह मान लिया कि उनसे गलती हुई है।
इतना ही नहीं, उसाक ओले जैसे तुर्की न्यूज आउटलेट में तो अमित नाकेश की प्रोफाइल लिखी गई। इसमें अनुमान लगाया कि आरोपी भारतीय मूल का इजरायली हो सकता है, क्योंकि उसका पहला नाम अमित है जो कि भारत में बहुत कॉमन है। हालाकि, तुर्की मीडिया आउटलेट्स को कुछ समय बाद एहसास हुआ कि वे इजरायली वाक्य के झांसे में आ गए। इसके बाद उन्होंने तुरंत 'अमित नाकेश' का जिक्र हटा दिया। टाइम्स ऑफ इजरायल और जेरूसलम पोस्ट जैसे आउटलेट्स में बताया गया कि 'अमित नाकेश' हिब्रू शब्द हमित्नाकेश जैसे साउंड करता है, जिसका अर्थ हत्यारा भी है।
सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब उड़ाया मजाक
तुर्की मीडिया की ओर से हुई इस गलती का सोशल मीडिया पर खूब मजाक उड़ाया जा रहा है। खास तौर से इजरायल में तो कुछ लोगों ने 'अमित नाकेश' नाम से फेक प्रोफाइल भी बना ली। मालूम हो कि हमास पोलित ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हानियेह की बुधवार सुबह ईरान की राजधानी तेहरान में उस समय हत्या कर दी गई, जब वह ईरान के नए राष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे। इस बीच, हमास ने कहा कि आंदोलन के लिए नया प्रमुख चुनने के लिए उसके नेतृत्व और सलाहकार संस्थानों में व्यापक सलाह मशवरा शुरू हो गया है। हमास ने बयान में कहा कि पिछले दशकों में इसके कई नेताओं की हत्याएं देखी गईं। लेकिन समूह ने आंदोलन के नियमों के अनुसार उनके लिए विकल्प चुनने में जल्दबाजी की।