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मरा हमास चीफ, फिर बदले की आग में क्यों जल-भुन रहा ईरान; मस्जिद पर लाल झंडा लगा क्या ऐलान

Iran-Israel Tension: इस्माइल हानियेह नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को ईरान की राजधानी तेहरान गया था और वहीं रुका हुआ था, तभी इजरायल ने मार गिराया।

मरा हमास चीफ, फिर बदले की आग में क्यों जल-भुन रहा ईरान; मस्जिद पर लाल झंडा लगा क्या ऐलान
Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 31 July 2024 02:57 PM
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Iran-Israel Tension over Haniyeh Death : इजरायल ने ईरान में घुसकर हमास चीफ इस्माइल हानियेह को मौत के घाट उतार दिया है। इससे ईरान बौखलाया हुआ है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को इस्माइल हानियेह की मौत का बदला इजरायल से लेने का ऐलान किया है। खामेनेई ने कहा कि ईरान की राजधानी तेहरान में तड़के हुए हवाई हमले में इस्माइल हानियेह के मारे जाने के बाद इजरायल ने ‘अपने लिए कठोर सजा खुद तैयार कर ली है।’ उन्होंने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक बयान में कहा, ‘‘उसका बदला लेना हमारा कर्तव्य है। हानियेह हमारी सरजमीं पर हमारे प्रिय मेहमान थे।’’

बता दें कि इस्माइल हानियेह नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को ईरान की राजधानी तेहरान गया था और वहीं रुका हुआ था, तभी इजरायल ने स्ट्राइक कर उसकी हत्या कर दी। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में ईरान ने कहा कि इजरायल को इस हमले की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अब तेहरान से 120 किलोमीटर दूर शहर क़ोम की जामकरन मस्जिद के मुख्य गुंबद पर लाल झंडा फहराया गया है। माना जा रहा है कि लाल झंडा फहरा कर ईरान ने इजरायल के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है। यह लाल झंडा बदला लेने का प्रतीक है।

ईरान ने इससे पहले 3 जनवरी 2020 को और 5 जनवरी 2024 को इसी मस्जिद पर लाल झंडा फहराया था। 2020 में जब इस गुंबद पर लाल झंडा फहराया गया था तो पूरी दुनिया सहम गई थी। ये वो वक्त था जब ईरान का टॉप कमांडर जनरल सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान ने अमेरिका से बदला लेने का ऐलान कर दिया था।  इस साल 5 जनवरी को भी करमान में बम हमले के बाद इसी तरह का झंडा लगाया गया था।

दरअसल, जब हानियेह की तेहरान में हत्या हुई, उस वक्त वह ईरान का मेहमान था। ईरान इसे अपने घर आए मेहमान की हत्या के रूप में अपनी बेइज्जती के रूप में देख रहा है। इसलिए वह इजरायल से बदला लेने की आग में जल रहा है। हत्या से पहले हानियेह और ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामनेई के साथ मुलाकात की कई तस्वीरें सामने आई थीं। दोनों नेताओं को गले मिलते हुए कई वीडियो में दिखाया गया है। ईरान ने इस हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा है कि यह देश की क्षेत्रीय अखंडता, गरिमा और सम्मान के खिलाफ है और इस आतंकवादी कार्रवाई में शामिल ताकतों को पछताना पड़ेगा।

ईरान और कुछ अन्य इस्लामिक देशों के नेताओं ने भी प्रतिक्रिया देते हुए इस हमले के लिए यहूदियों (इजरायल) को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन अभी तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि हमास प्रमुख के तेहरान स्थित ठिकाने पर मिसाइल से हमला किया गया था, जिनमें उनका एक अंगरक्षक भी मारा गया है।

ईरान सरकार ने हानियेह की मौत पर तीन दिनों के सार्वजनिक शोक की घोषणा की है। ईरान की सरकारी मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान की संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने हानियेह की हत्या के मुद्दे पर आपातकालीन बैठक बुलायी है। वहीं अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने ईरानी अधिकारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के आवास पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी बैठक बुलाई है।

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