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अमेरिकी नौसेना अड्डे पर हमला करने वाले शख्स ने पार्टी में दिखाए थे गोलीबारी के वीडियो

अमेरिका के एक नौसैन्य प्रतिष्ठान पर हमला करने वाले सऊदी अरब के छात्र ने गोलीबारी से एक रात पहले एक पार्टी में घातक गोलीबारी के वीडियो दिखाए थे। यह जानकारी अमेरिकी मीडिया ने दी है। फ्लोरिडा के...

अमेरिकी नौसेना अड्डे पर हमला करने वाले शख्स ने पार्टी में दिखाए थे गोलीबारी के वीडियो
एएफपी,मियामीMon, 09 Dec 2019 02:57 AM
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अमेरिका के एक नौसैन्य प्रतिष्ठान पर हमला करने वाले सऊदी अरब के छात्र ने गोलीबारी से एक रात पहले एक पार्टी में घातक गोलीबारी के वीडियो दिखाए थे। यह जानकारी अमेरिकी मीडिया ने दी है। फ्लोरिडा के पेंसाकोला में स्थित नौसैन्य प्रतिष्ठान में हमलावर ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को गोलीबारी कर तीन नाविकों को मार डाला था और आठ अन्य को घायल कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने उसे गोली से उड़ा दिया था।

रात्रिभोज पार्टी में वीडियो दिखाए जाने का खुलासा तब हुआ जब अधिकारियों ने इस बारे में जांच की कि हमलावर का कहीं कोई सहयोगी तो नहीं था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, ''हम पता लगा रहे हैं कि क्या हुआ, क्या यह कोई एक व्यक्ति था या कई व्यक्ति थे। हम जल्द मामले की तह तक जाएंगे।" एफबीआई ने शनिवार (7 दिसंबर) को औपचारिक रूप से हमलावर मोहम्मद अलशमरानी (21) की पहचान जारी की जो रॉयल सऊदी एअरफोर्स में सेकंड लेफ्टिनेंट था और नौसैन्य उड़ान अधिकारी के रूप में अमेरिका में प्रशिक्षण ले रहा था।

जिहादी मीडिया पर नजर रखने वाले साइट इंटेलीजेंस ग्रुप ने कहा कि हमलावर ने हमले से पहले टि्वटर पर एक घोषणा पोस्ट की थी जिसमें लिखा था, ''मैं बुराई के खिलाफ हूं, और अमेरिका पूरी तरह बुराई के देश के रूप में तब्दील हो चुका है। मैं आपसे नफरत करता हूं क्योंकि हर रोज आप न सिर्फ मुसलमानों, बल्कि मानवता के खिलाफ भी अपराध कर रहे हैं, इस अपराध का समर्थन और वित्तीय मदद कर रहे हैं।"

हमलावर के टि्वटर एकांउट को अब निलंबित कर दिया गया है जिस पर इजराइल का समर्थन करने के लिए भी अमेरिका की निन्दा की गई थी और इस पर मारे जा चुके अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का भी संदर्भ था। टाइम्स ने एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा कि हमलावर का किसी आतंकी संगठन से संबंध नहीं दिखता और न ही किसी समूह ने हमले का औपचारिक दावा किया है। हमले की जद में आए प्रतिष्ठान के कमांडिंग अफसर टिमोथी किंसेला ने कहा कि अमेरिका के पेंसाकोला नौसैन्य प्रतिष्ठान में सैकड़ों विदेशी छात्र सैन्य प्रशिक्षण लेते हैं और हमलावर इनमें से एक था।

इसकी स्थापना 1985 में विशेष तौर पर सऊदी छात्रों के लिए की गई थी, लेकिन बाद में इसमें अन्य देशों के सैन्य छात्रों को भी प्रशिक्षण दिया जाने लगा। ट्रंप ने संकेत दिया कि अब प्रशिक्षण कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी। अमेरिकी मीडिया ने खबर दी कि प्रतिष्ठान में मौजूद छह अन्य सऊदी नागरिकों से भी हमले के बाद पूछताछ की गई। वॉशिंगटन पोस्ट ने कहा कि इनमें से तीन छात्रों ने गोलीबारी का वीडियो बनाया और तीन अन्य छात्र हमलावर के साथ ही उड़ान से अमेरिका पहुंचे थे। सऊदी अरब के शाह सलमान ने हमले की निन्दा करते हुए इसे ''जघन्य अपराध" करार दिया है।

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