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अब पाकिस्तान में घी और खाद्य तेल का संकट, हलकान व्यापारियों ने खोला मोर्चा

पाकिस्तान संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था से निजात पाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से बेलआउट फंड लेने की कोशिश कर रहा है लेकिन इस बीच महंगाई आसमान पर जा पहुंची है और देश में जरूरी चीजों की कमी पड़ गई है।

अब पाकिस्तान में घी और खाद्य तेल का संकट, हलकान व्यापारियों ने खोला मोर्चा
Pramod Kumarलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीThu, 02 Feb 2023 01:44 PM

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पड़ोसी देश पाकिस्तान में भारी आर्थिक उथल-पुथल के बीच,अब घी और खाद्य तेल का संकट मंडरा गया है। पाकिस्तान के व्यापारियों ने आवश्यक वस्तुओं की संभावित कमी के देखते हुए सरकार और बैंकों को चेतावनी दी है। कोरंगी एसोसिएशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (KATI) के अध्यक्ष शेख उमर रेहान ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में जल्द ही पाकिस्तान को घी और खाद्य तेल की भारी कमी का सामना करना पड़ सकता है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि यदि पाकिस्तानी बैंक आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए साख पत्र (एलसी) जारी नहीं करते हैं तो खस्ताहाल पाकिस्तान में स्थिति और विकट हो सकती है।

शेख रेहान ने बुधवार को एक बयान में कहा कि बैंक बंदरगाह पर उतारे गए माल के दस्तावेजों को क्लीयर करने में विफल हो रहे हैं। इस वजह से  20 से 30 दिनों में देश में घी और खाना पकाने के तेल के संकट का सामना करना पड़ सकता है।
चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि स्थिति बेहद खतरनाक है बावजूद इसके सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।

हाल के कुछ महीनों में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को भारी नकदी संकट से जूझना पड़ा है। देश में विदेशी मुद्रा भंडार में भारी कमी हुई है। इसका विदेशी मुद्रा भंडार अब केवल तीन सप्ताह के आयात को कवर करने भर बचा है। पिछले साल अगस्त में आई विनाशकारी बाढ़ ने पहले से कर्ज में लदे पाकिस्तान की आर्थिक कमर तोड़ कर रख दी है।

पाकिस्तान संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था से निजात पाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से बेलआउट फंड लेने की कोशिश कर रहा है लेकिन इस बीच महंगाई आसमान पर जा पहुंची है और देश में जरूरी चीजों की कमी पड़ गई है। 

पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (पीबीएस) के बयान के हवाले से रॉयटर्स ने कहा कि पिछले महीने की तुलना में जनवरी में जरूरी सामानों की कीमतें 2.9 फीसदी बढ़ी हैं। दिसंबर में, सीपीआई  24.5 प्रतिशत तक जा पहुंची थी।