एंजाइम प्लास्टिक को नष्ट कर प्रदूषण से दिलाएगा निजात
वैज्ञानिकों ने पर्यावरण प्रदूषण के लिए जिम्मेदार एक बड़ी समस्या के निदान में कामयाबी पाई है। उनका दावा है कि, उन्होंने एक ऐसा एंजाइम बनाया है जो आम तौर पर प्रदूषण पैदा करने वाले प्लास्टिकों को खत्म...
वैज्ञानिकों ने पर्यावरण प्रदूषण के लिए जिम्मेदार एक बड़ी समस्या के निदान में कामयाबी पाई है। उनका दावा है कि, उन्होंने एक ऐसा एंजाइम बनाया है जो आम तौर पर प्रदूषण पैदा करने वाले प्लास्टिकों को खत्म कर सकता है। इस एंजाइम के विकास से पॉलीथीन टेरिफ्थेलैट (पीईटी ) से बने करोड़ों टन बोतलों का पुनर्चक्रण मुमकिन हो सकता है, जो अपने इस्तेमाल के बाद सैकड़ों साल तक पर्यावरण में बनी रहती हैं।
ब्रिटेन के पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय एवं और अमेरिकी ऊर्जा मंत्रालय के राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा प्रयोगशाला ( एनआरईएल ) के अनुसंधानकर्ताओं ने पीईटीएस एंजाइम की संरचना का अध्ययन किया और उसकी कार्यप्रणाली को समझने का प्रयत्न किया। हाल में विकसित यह एंजाइम पीईटी को नष्ट करने में सक्षम बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है अनजाने में ही इस एंजाइम के खोज में सफलता मिल गई। इस खोज में वैज्ञानिकों को सफलता जापान के रिसाइकिल केंद्र में प्लास्टिक खाने वाले प्राकृतिक जीवाणु पर शोध के दौरान मिली।
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शोधकर्ताओं का कहना है कि अब वह इसमें और सुधार कर रहे हैं ताकि औद्योगिक तौर पर इसका इस्तेमाल कर प्लास्टिक को नष्ट किया जा सके। पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय के शोधकर्ता मैकगेहान का कहना है कि प्लास्टिक की समस्या से सभी प्राणी जूझ रहे हैं। इसको लेकर अरसे से वैज्ञानिक समुदाय प्लास्टिक के निपटान के लिए तकनीक के विकास के लिए प्रयास कर रहा था।