फिलिस्तीनियों का हमदर्द बना मिस्र भी दे रहा धोखा, बोला- हमारी सुरक्षा जरूरी; गाजा के लोगों की नो एंट्री
फिलिस्तीनियों के हमदर्द बने मिस्र ने भी अब गाजा के लोगों को धोखा दे दिया है। मिस्र ने साफ कह दिया है कि उसकी सुरक्षा जरूरी है इसलिए वह गाजा के लोगों को एंट्री नहीं देगा।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध को 9 दिन बीत चुके हैं। इजरायल गाजा पर जमीनी हमले की तैयारी कर चुका है। गाजा की सीमाओं पर टैंक और सैनिक तैनात हैं। इजरायल ने गाजा खाली करने की जो मियाद दी थी वह खत्म हो चुकी है। हालांकि गाजा के लोगों के पास समस्या है कि आखिर वे शरण कहां लें। इजरायल के अलावा गाजा के पास केवल मिस्र का ही रास्ता बचता है। वहीं फिलिस्तीनियों के साथ हमदर्दी दिखाने वाले मिस्र ने भी साफ कह दिया है कि वह अपने हितों के साथ समझौता नहीं कर सकता इसलिए गाजा के लोगों को एंट्री नहीं देगा। 2007 के समझौते के मुताबिक अकेले मिस्र इस सीमा को क्रॉस करने की अनुमति दे भी नहीं सकता। इसके लिए इजरायल की मंजूरी लेना जरूरी है।
इजरायल की तरफ फिलिस्तीनियों को पहले भी बड़ी मुश्किल से एंट्री मिलती थी। बहुत सीमित लोगों को वर्क परमिट दी गई थी। वहीं मेडिकल इमरजेंसी पर कुछ लोग गाजा से इजरायल जाया करते थे। हालांकि हमास के हमले के बाद सुरक्षा एकदम चुस्त कर दी गई है और फिलिस्तीनियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। यहां तक कि इजरायल ने खाना, पानी, फ्यूल और अन्य जरूरी सामग्रियों की सप्लाई भी गाजा में रोक दी है। ऐसे में लोग पलायन करने के मजबूर हैं पर इसके लिए भी उनके पास कोई जगह नहीं बची है।
एजिप्ट की सरकार ने रविवार को सिक्योरिटी काउंसिल की आपात बैठक बुलाई थी। इसके बाद एजिप्ट ने साफ कर दिया कि गाजा के लोगों को सिनाई रेगिस्तान में जगह नहीं दी जाएगी। राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी ने कहा कि अपनी सुरक्षा के लिए हमारी भी कुछ सीमाएं हैं और उनका उल्लंघन नहीं किया जाएगा। ऐसे में यूएन के सामने भी गाजा के फिलिस्तीनियों शरण दिलाने की बड़ी चुनौती है। इधर इजरायल कभी भी जमीनी हमला शुरू कर सकता है। हमास की आतंकी भी सुरंगों और बंकरों में मोर्चा ले चुके हैं। ऐसे में गाजा के अंदर लंबे समय तक खूनी खेल चलने की आशंका है।
एजिप्ट को मनाने में जुटा अमेरिका
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मिस्र यात्रा के दौरान अब्देल फतह अल सीसी को अपनी राफाह सीमा को खोलने के लिए मनाने की कोशिश की। रिपोर्ट्स के मुताबिक एजिप्ट इस बात के लिए तैयार हो गया है लेकिन सीमाएं कब खोली जाएंगी इसको लेकर कोई तारीख नहीं बताई गई है। अगर सीमाएं खोल भी दी जाती हैं तो संभव है कि उन्हीं को एंट्री दी जाए जिनके पास पासपोर्ट मौजूद है। एजिप्ट के राष्ट्रपति से मिलने के बाद ब्लिंकन ने कहा कि एजिप्ट के रास्ते से गाजा के लोगों को मदद पहुंचाने पर बात हुई है।
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