चुनाव में बाद हार पर डोनाल्ड ट्रंप के शांतिपूर्ण सत्ता ट्रांसफर करने से इनकार
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात पर टाल-मटोल किया कि अगर वे 3 नवंबर के चुनाव में हार जाते हैं तो शांतिपूर्वक सत्ता का ट्रांसफर हो जाने देंगे। इसके बाद मेल-इन बैलट्स से चुनाव में...
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात पर टाल-मटोल किया कि अगर वे 3 नवंबर के चुनाव में हार जाते हैं तो शांतिपूर्वक सत्ता का ट्रांसफर हो जाने देंगे। इसके बाद मेल-इन बैलट्स से चुनाव में फर्जीवाड़े को लेकर सवाल उठ रहे हैं। अगर यह निष्पक्ष और स्वतंत्र होता है तो ट्रंप का दावा है कि सत्ता बरकरार रहेगी और इसका ट्रांसफर नहीं होगा।
ऐसा पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप इस मुद्दे पर टाल-मटोल करने वाला उनका स्टैंड है। हाल में फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू के दौरान भी उनका यही रूख था। एक उम्मीदवार के तौर पर साल 2016 में उन्होंने इस बात से इनकार किया था कि अगर वह चुनाव हार जाते हैं तो वह उसे स्वीकार करेंगे।
व्हाइट हाउस में ब्रीफिंग के दौरान जब एक रिपोर्टर ने पूछा कि क्या आप शांतिपूर्वक सत्ता का ट्रांसफर हो जाने देंगे? इसके जवाब में बुधवार को ट्रंप ने कहा- "ठीक है, हम देखते हैं कि क्या होता है।" उन्होंने कहा, "आप जानते हैं। बैलेट्स को लेकर मैं जोरदार तरीके से शिकायत कर रहा हूं। बैलेट्स एक आपदा है।"
आने वालों चुनावों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कैंपेन में बिना किसी साक्ष्य के आधार पर मेल-इन बैलेट्स में बड़ी तादाद में धांधली की शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया है कि डेमोक्रेट्स के द्वारा फर्जी चुनाव के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। जब डेमोक्रेट के राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बिडेन से राष्ट्रपति की टिप्पणी को लेकर उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- “हम किस देश में हैं? मेरा मजाक उड़ाया जा रहा है। उन्होंने सबसे तर्कहीन बातें कहीं। मुझे नहीं पता कि क्या बोलूं।”
रिपब्लिकन की तरफ से भी यह तीखी टिप्पणी देखने को मिल रही है। पूर्व सोवियत देश का हवाला देते हुए रिपब्लिकन सीनेटर और पूर्व राष्ट्रपति उम्मीदवार ने कहा, "लोकतंत्र का मौलिक अधिकार है शांतिपूर्वक सत्ता का हस्तांतरण। इसके बिना, वह बेलारूस है।"