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पाकिस्तान में अपनों की मौत पर चीन हुआ लाल तो ड्रैगन की शरण में ISI चीफ संग पहुंचे कुरैशी

आतंकी हमले में नौ चीनी नागरिकों की मौत के बाद पाकिस्तान और उसके सदाबहार दोस्त चीन के बीच के रिश्तों में खटास आई है। दोनों देशों के संबंधों में आई इस खटास को देखते हुए ड्रैगन के गुस्से को शांत कराने...

Shah Mehmood Qureshi, Pakistan Bomb Blast
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Shah Mahmood Qureshi  with Chinese Counterpart
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एजेंसी,नई दिल्लीSat, 24 Jul 2021 07:23 AM

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आतंकी हमले में नौ चीनी नागरिकों की मौत के बाद पाकिस्तान और उसके सदाबहार दोस्त चीन के बीच के रिश्तों में खटास आई है। दोनों देशों के संबंधों में आई इस खटास को देखते हुए ड्रैगन के गुस्से को शांत कराने के लिए पाकिस्तानी विदेश मंत्री चीन की शरण में जा पहुंचे हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शुक्रवार को चीन पहुंचे। इससे कुछ दिन पहले एक हमले में नौ चीनी मजदूरों की मौत हो गई थी, जिसने हर अच्छे-बुरे वक्त में सहयोगी रहे दोनों देशों के बीच के संबंधों में कड़वाहट पैदा कर दी थी।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की मानें तो कुरैशी 23 और 24 जुलाई को चीन की यात्रा हैं। उनके साथ आईएसआई के चीफ समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी गए हैं। इस यात्रा के दौरान, दोनों पक्ष अन्य बातों के साथ-साथ द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने पर चर्चा करेंगे, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तहत उच्च गुणवत्ता वाले विकास में सहयोग, कोविड-19 टीकों, आंतकवाद की रोकथाम और परस्पर हित की क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। 

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा पाकिस्तान और चीन की  सदाबहार सामरिक सहयोग साझेदारी को और मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी तथा कई मुद्दों पर बीजिंग के साथ सामरिक संचार एवं समन्वय को विस्तार देगी। यह यात्रा पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा में 14 जुलाई को हुए रहस्यमय अटैक की पृष्ठभूमि में हो रहा है जिसमें नौ चीनी इंजीनियरों समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी।

यह घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी कोहिस्तान जिले में हुई थी जहां चीन की एक कंपनी सिंधु नदी पर 4320 मेगावॉट का बांध बना रही है। यह दुर्घटना उस समय हुई जब चीनी और स्थानीय श्रमिकों को बांध निर्माण स्थल पर ले जा रही एक बस खड्ड में गिर गई। दोनों करीबी सहयोगियों के बीच घटना को लेकर अलग-अलग धारणा कि यह आतंकवादी घटना थी या गैस विस्फोट से बस पलटी, ने भी बीजिंग की चिंताओं को बढ़ा दिया था। इसका असर हुआ कि चीन ने पाकिस्तान में कई परियोजनाओं को बंद कर दिया।

शुरुआत में कहा गया था कि बस के गिरने से पहले एक विस्फोट हुआ था। बाद में, पाकिस्तान ने औपचारिक तौर पर कहा था कि बस किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण बस गिरी और गैस रिसाव के कारण बाद में विस्फोट हुआ। चीन के अधिकारी इसे लगातार विस्फोट बताते रहे और मामले की जांच के लिए 15 सदस्यों की विशेषज्ञ टीम को भी भेजा था। गृह मंत्री शेख रशीद ने इस हफ्ते कहा था कि पाकिस्तान ने जांच पूरी कर ली है और चीन इससे संतुष्ट है। लेकिन उन्होंने बस दुर्घटना की प्रकृति के ब्योरे साझा नहीं किए।
    

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