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कोरोना वैक्सीन आने में समय, पर वैज्ञानिकों ने बेहद कारगर एंटीबॉडी तैयार की

वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के संक्रमण को बेअसर करने वाले बेहद कारगर एंटीबॉडी तैयार कर ली है। इससे टीका तैयार होने तक मरीजों को सुरक्षा दी जा सकेगी। यह एंटीबॉडी किसी के कोविड-19 की चपेट में आने के...

कोरोना वैक्सीन आने में समय, पर वैज्ञानिकों ने बेहद कारगर एंटीबॉडी तैयार की
एजेंसी ,बर्लिनSat, 26 Sep 2020 01:46 PM
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वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के संक्रमण को बेअसर करने वाले बेहद कारगर एंटीबॉडी तैयार कर ली है। इससे टीका तैयार होने तक मरीजों को सुरक्षा दी जा सकेगी। यह एंटीबॉडी किसी के कोविड-19 की चपेट में आने के बाद उसके संक्रमण को निष्क्रिय करेगी।  

जर्मन सेंटर फॉर न्यूरोडिजेनरेटिव डिसीज और बर्लिन के शोध संस्थान चैरिट ने कोविड से उबरने वाले लोगों में मिली 600 से ज्यादा एंटीबॉडी में से यह प्रभावी एंटीबॉडी खोजी है। बाद में इसे कृत्रिम तरीके से प्रयोगशाला में तैयार किया गया। इस एंटीबॉडी ने कोरोना जैसी परजीवियों को कोशिकाओं में प्रवेश करने और अपनी संख्या बढ़ाने से रोका। इस एंटीबॉडी ने प्रतिरक्षा तंत्र की कोशिकाओं को वायरस को खत्म करने में भी मदद की, जो किसी एंटीबॉडी की प्रभावी क्षमता को दर्शाती है। 

शोध के लेखक जैकब क्रेये ने कहा कि संक्रमण के पहले जानवरों में यह एंटीबॉडी इंजेक्शन के जरिये डाली गई और इससे प्रभावी तरीके से कोविड-19 को रोकने में कामयाबी पाई। उनका कहना है कि कोरोना से उबर चुके लाखों की संख्या के मरीजों से निकाली गई यह एंटीबॉडी इस महामारी से जूझ रहे मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकती है। इसका औद्योगिक स्तर पर व्यापक उत्पादन भी किया जा सकता है। जर्मन शोधकर्ता मामसेन रेंसिके के मुताबिक, इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। 

शोधकर्ताओं के अनुसार, कोरोना की वैक्सीन बनने में देरी को देखते हुए यह कृत्रिम एंटीबॉडी मौत की संख्या को काफी निचले स्तर पर ला सकती है। इससे कोरोना एक सामान्य बीमारी बनकर रह जाएगी। यह अध्ययन जर्नल सेल में प्रकाशित हुआ। हालांकि सार्स-कोव-2 की यह एंटीबॉडी विभिन्न अंगों के ऊतकों से भी जुड़ जाती हैं, जिससे शारीरिक दुष्प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं।
 

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