चीन में कोरोना वायरस के केंद्र रहे वुहान में कम से कम एक करोड़ लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की गई जिसमें बिना लक्षण वाले 300 मामले सामने आए हैं। शहर की सरकार ने मंगलवार (2 जून) को बताया कि 98 लाख 90 हजार लोगों की जांच की गई। इसमें बिना लक्षण वाले 300 मरीज मिले हैं।
स्थानीय स्वास्थ्य आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार वुहान में इस साल जनवरी से अभी तक 50,340 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए, जिनमें से 3,869 लोगों की जान जा चुकी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि चीन में सोमवार (1 जून) तक कोरोना वायरस के कुल 83,022 मामले सामने आए, जिनमें से 73 का अभी इलाज जारी है और 78,315 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है और 4,634 लोगों की इससे जान गई है।
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि सोमवार (1 जून) को देश में पांच बाहर से आए लोग संक्रमित मिले। वहीं 10 लोग बिना किसी लक्षण के संक्रमित पाए गए। अभी तक बिना किसी लक्षण के संक्रमित पाए गए 371 लोगों में से 39 विदेश से आए हैं। ये सभी चिकित्सकीय निगरानी में हैं। ऐसे मामलों के बढ़ने के मद्देनजर सरकार ने पिछले महीने सभी 1.12 करोड़ लोगों की जांच करने का निर्णय लिया था।
कोरोना वायरस की जानकारी देने में चीन ने देरी की : डब्ल्यूएचओ
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सार्वजनिक रूप से कोरोना वायरस से संबंधित जानकारी 'तुरंत' उपलब्ध कराने के लिए जनवरी के महीने में चीन की सराहना जारी रखी थी, लेकिन दस्तावेजों में यह खुलासा हुआ है कि वह इस बात के लिए चिंतित था कि नए वायरस से उत्पन्न जोखिम का आकलन करने के लिए चीन पर्याप्त जानकारी साझा नहीं कर रहा है और दुनिया का मूल्यवान समय खर्च हो रहा है।
वास्तव में, चीन की कई सरकारी प्रयोगशालाओं में इसे पूरी तरह से डिकोड किए जाने के बावजूद चीनी अधिकारियों ने एक हफ्ते से अधिक समय तक घातक वायरस के आनुवंशिक नक्शे, या जीनोम को जारी करने में देरी की थी और परीक्षण, दवाओं तथा टीकों के लिए विवरण साझा नहीं किया था।