टेक्नोलॉजी : चीन में हवाई जहाज की रफ्तार से चलेगी मैग्लेव ट्रेन
जल्द ही चीन में लोगों को हवाई जहाज की रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन में सफर करने को मिलेगा। 600 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलने वाली यह ट्रेन चुंबकीय प्रणाली से संचालित मैग्लेव ट्रेन होगी।...
जल्द ही चीन में लोगों को हवाई जहाज की रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन में सफर करने को मिलेगा। 600 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलने वाली यह ट्रेन चुंबकीय प्रणाली से संचालित मैग्लेव ट्रेन होगी। शुक्रवार को चीन ने इसके प्राथमिक मॉडल के तैयार हो जाने की घोषणा की। 2021 में इसका व्यवसायिक निर्माण शुरू हो जाएगा।
600 किलोमीटर होगी रफ्तार
निर्माता लोकोमोटिव कंपनी सीआरसीसी सिफांग कॉर्प ने मैग्नेटिक लेविएशन (मैग्लेव) ट्रेन के बारे में दावा है कि 600 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलने वाली यह देश की सबसे तेज मैग्लेव ट्रेन होगी।
हवाई यात्रा का विकल्प बनेगी मैग्लेव सेवा
चीफ इंजीनियर डिंग सेंसन का दावा है कि नई मैग्लेव सेवा हवाई जहाज की यात्रा का विकल्प बनेगी। अभी यहां हवाई जहाज की अधिकतम गति 900 किलोमीटर है। जबकि यहां मैग्लेव ट्रेन की रफ्तार 350 किलोमीटर ही है।
खासियत : सबसे हल्की और सबसे ज्यादा क्षमता
- - सबसे कम वजनी और मजबूत बॉडी की ट्रेन का प्रोटोटाइप तीन साल में तैयार हुआ ।
- - इस ट्रेन में सस्पेंशन गाइड, नियंत्रण, हाई पावर्ड ट्रेक्शन को उन्नत किया गया है।
- - गति ज्यादा होने पर ट्रेन पटरी से 10 सेमी ऊपर उठ जाती है।
- - चुंबकीय बल के कारण पहाड़ी इलाकों में ट्रेन को अतिरिक्त बल मिलेगा।
- - पारंपरिक बुलेट ट्रेन की तुलना में मैग्लेव में कम शोर, कंपन, यात्री क्षमता ज्यादा और मेंटेनेंस खर्च कम होता है।
क्या है मैग्लेव
मैग्लेव या चुंबकीय प्रोत्थापन एक परिवहन प्रणाली है जो बड़े पैमाने पर चुंबकों की चुंबकीय उत्तोलन शक्ति का इस्तेमाल करके वाहनों मुख्य रूप से ट्रेनों को बिना जमीन छुए नियंत्रित करने और आगे बढ़ाने का काम करती है।
उधर : 2027 में जापान चलाएगा मैग्लेव ट्रेन
जापान वर्ष 2027 में 500 किलोमीटर प्रति घंटा गति वाली मैग्लेव ट्रेन चलाएगा। 2017 में उसने 603 किलोमीटर गति की मैग्लेव ट्रेन का परीक्षण किया था।
टोक्यो ओलंपिक में चलेगी सबसे तेज बुलेट ट्रेन
जापान ने शुक्रवार को 350 किलोमीटर प्रति घंटा की गति वाली सबसे तेज बुलेट ट्रेन का सफल परीक्षण कर लिया। यह टोक्यो ओलंपिक के दौरान सेवा देगी।