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शी-मोदी मुलाकात पर चीन के झूठे दावे

सिक्किम सीमा पर चल रही तनातनी के बीच चीन का एक और झूठ बेनकाब हुआ है। बीजिंग का कहना है कि माहौल सही नहीं होने से जी-20 सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक...

शी-मोदी मुलाकात पर चीन के झूठे दावे
नई दिल्ली बीजिंग, विसं एजेंसीFri, 07 Jul 2017 01:25 AM
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सिक्किम सीमा पर चल रही तनातनी के बीच चीन का एक और झूठ बेनकाब हुआ है। बीजिंग का कहना है कि माहौल सही नहीं होने से जी-20 सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक नहीं होगी। वहीं उसके दावे को गलत बताते हुए भारत ने गुरुवार को कहा कि ऐसी कोई बैठक प्रस्तावित ही नहीं थी।  

दबाव बनाने की रणनीति
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि जी-20 बैठक के दौरान मोदी और जिनपिंग की द्विपक्षीय वार्ता के लिए माहौल उपयुक्त नहीं है। लेकनि भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि चीन की ओर से मुलाकात न होने की बात सिर्फ दबाव बनाने के लिए कही जा रही है। दोनों देशों के नेताओं के बीच अलग से किसी औपचारिक या अनौपचारिक मुलाकात का कोई प्रस्ताव कभी दिया ही नहीं गया और न ही कभी द्विपक्षीय मुलाकात तय की गई। 

ब्रिक्स की बैठक में शामिल होंगे
विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों नेता शुक्रवार को ब्रिक्स देशों की बैठक में शामिल होंगे। इसमें भारत और चीन के अलावा ब्राजील और रूस भी सदस्य देश हैं। इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच शिष्टाचार भेंट होगी। 

पहले मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि मोदी और जिनपिंग के बीच जी-20 सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय मुलाकात हो सकती है और इससे तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है। 

संधि को लेकर झूठ फैलाया
इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के पत्र के हवाले से कहा था कि भारत ने 1890 में की गई सीमा संधि को स्वीकार कर लिया था, जबकि उन्होंने संधि के विभिन्न पहलुओं पर सवाल उठाए थे। 

 

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