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हथकंडा : चीन ने खुद अपनी मुद्रा युआन की कीमत घटा दी

चीन की मुद्रा युआन एक दशक में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। लेकिन इसका कारण ट्रंप की व्यापार युद्ध की नीति से चीन को हो रहा नुकसान नहीं है। असल में चीन ने खुद ही मुद्रा अवमूल्यन का कदम उठाया...

हथकंडा : चीन ने खुद अपनी मुद्रा युआन की कीमत घटा दी
एजेंसी,बीजिंगMon, 12 Aug 2019 07:48 AM
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चीन की मुद्रा युआन एक दशक में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। लेकिन इसका कारण ट्रंप की व्यापार युद्ध की नीति से चीन को हो रहा नुकसान नहीं है। असल में चीन ने खुद ही मुद्रा अवमूल्यन का कदम उठाया है ताकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में निर्यात दरें घटें और उसके सामान की बिक्री बढ़ जाए। माना जा रहा है चीन का यह कदम न सिर्फ अमेरिका को खफा करेगा, बल्कि पूरी दुनिया में व्यापार युद्ध का खतरा पैदा हो सकता है।

मुद्रा कमजोर होने से बढ़ेगी चीनी सामान की बिक्री : दुनिया में बड़े निर्यातकों में से एक चीन ने अपने सामान की निर्यात दरों को घटा दिया है। आईएमएफ के मुताबिक, चीन ने अपनी मुद्रा 5 से 27 प्रतिशत घटाई है। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में दूसरे देश की सामग्री के मुकाबले चीनी सामग्री के दाम घट गए हैं। इसका सीधा फायदा उसे बिक्री बढ़ने में मिलेगा।

इस तरह वह अमेरिका द्वारा लगाए जा रहे ऊंचे शुल्क की नीति से अपनी अर्थव्यवस्था को बचा पाएगा।  विशेषज्ञ मान रहे हैं कि युआन का अवमूल्यन अभी शुरूआत है, जल्द ही दुनिया के दूसरे निर्यातक देश अपनी मुद्रा की कीमत घटाकर इस तरह ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में फायदा लेना शुरू कर देंगे जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में सामान के मूल्य में असंतुलन पैदा होगा और वैश्विक मुद्रा युद्ध की स्थिति भी 
बन जाएगी। 

भारत से भी मुद्रा अवमूल्यन की मांग : भारत की अर्थव्यवस्था में आ रही सुस्ती के बाद विशेषज्ञ यह सुझाव दे रहे हैं कि चीन की तरह ही भारत को भी मुद्रा अवमूल्यन के जरिए रुपये को मजबूत करना चाहिए।

चालाकी
* ट्रंप की रणनीति से निपटने के लिए चीन ने यह कदम उठाया।
* निर्यात की दरों में कमी का तरीका अपना सकते हैं दुनिया के अन्य देश भी।

क्या है मुद्रा अवमूल्यन
आधुनिक मौद्रिक नीति में अवमूल्यन का अर्थ एक निश्चित विनिमय दर प्रणाली (एक्सचेंज रेट सिस्टम) के भीतर किसी देश की मुद्रा में आधिकारिक कमी आना है। इसके आधार पर मौद्रिक प्राधिकरण एक विदेशी संदर्भ मुद्रा के संबंध में एक नई दर निर्धारित करता है।

डोनाल्ड ट्रंप बोले, चीन मुद्रा में हेरफेर करने वाला देश
चीन के पैंतरे की खबर लगते ही पिछले सप्ताह ट्रंप ने उसे मुद्रा में हेरफेर करने वाला देश करार दिया। साथ ही आगाह किया इस तरह चीन को राहत नहीं मिलेगी। मतलब साफ है कि अमेरिका अब शुल्क बढ़ाने से ऊपर जाकर कोई कदम उठाने वाला है।

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