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अब ताइवान के विदेश मंत्री के यूरोप दौरे को लेकर भड़का चीन, दी चेतावनी

चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन ने एक बार फिर ताइवान को लेकर गुस्सा है। इस गुस्से का कारण ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू का अगले सप्ताह यूरोप दौरे पर स्लोवाकिया जाना है। इस दौरे पर चेक...

अब ताइवान के विदेश मंत्री के यूरोप दौरे को लेकर भड़का चीन, दी चेतावनी
हिन्दुस्तान,नई दिल्लीThu, 21 Oct 2021 04:57 PM

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चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन ने एक बार फिर ताइवान को लेकर गुस्सा है। इस गुस्से का कारण ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू का अगले सप्ताह यूरोप दौरे पर स्लोवाकिया जाना है। इस दौरे पर चेक गणराज्य की यात्रा भी करेंगे और रोम में एक फोरम को वर्चुअली संबोधित करेंगे।

ताइवान वेटिकन सिटी के अलावा किसी और यूरोप के देश से औपचारिक राजनयिक संबंध नहीं रखता है लेकिन समान विचारधारा और लोकतांत्रिक देशों के साथ संबंधों को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक रहा है। कोरोना वायरस काल में चेक गणराज्य, पोलैंड और लिथुआनिया जैसे देशों ने ताइवान को कोरोना वायरस के टीके दान किए हैं। बीजिंग के गुस्से के कारण साल के अंत से पहले एक-दूसरे की राजधानियों में खुल रहे दूतावास भी हैं।

ताइवान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जोआन ओउ ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया है कि जोसेफ वू स्लोवाकिया में एक स्थानीय थिंक टैंक द्वारा आयोजित एक मंच में भाग लेंगे। उसके बाद प्राग में चेक संसद के ऊपरी सदन के अध्यक्ष मिलोस विस्ट्रसिल और प्राग के मेयर जेडेनेक हिर से मुलाकात करेंगे। पिछले साल विस्ट्रसिल और हिर के ताइवान दौरे से भी चीन नाराज हो गया था।  ओयू ने कहा है कि हम और सक्रिय होकर अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय से समर्थन की तलाश करेंगे और ताइवान और मध्य और पूर्वी यूरोप के लोकतांत्रिक देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। 

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने ताइवान के विदेश मंत्री के यूरोप दौर को लेकर व्यापक असंतोष जताया है। वांग ने यूरोपीय देशों से द्विपक्षीय संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर नहीं करने की अपील की है।

बता दें कि चीनी दबाव के कारण कई देश ताइवान के सीनियर मंत्रियों की मेजबानी से कतराते रहे हैं। चीन ने ताइवान पर चीनी संप्रभुता स्वीकार करने के लिए दबाव बढ़ाया हुआ है। हालांकि लोकतांत्रिक ताइवान ने बार-बार कहा है कि वह एक आजाद देश है और हर हाल में अपनी आजादी की रक्षा करेगा।

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