Research: बिजली पैदा करने में इंसानों की मदद कर सकती है 'मुर्गी'
आपको जानकर हैरानी होगी की एक साधारण सी मुर्गी बिजली पैदा करने में काम का सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि मुर्गी का मल आग और बिजली उत्पादन में ईंधन के रूप में प्रयोग में लाया जा सकता...
आपको जानकर हैरानी होगी की एक साधारण सी मुर्गी बिजली पैदा करने में काम का सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि मुर्गी का मल आग और बिजली उत्पादन में ईंधन के रूप में प्रयोग में लाया जा सकता है।
शोधकर्ताओं ने कहा है कि अगर मुर्गी और पोल्ट्री में पलने वाले अन्य पक्षियों के मल का प्रशोधन (ट्रीटमेंट) किया जाए तो उसे कोयले की जगह ईंधन के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। इससे हवा में घुलने वाली ग्रीनहाउज गैसों में कमी आती है और साथ ही यह उर्जा पैदा करने का वैकल्पिक स्त्रोत बन सकता है।
इस तरह से ईंधन में तब्दील होता है मुर्गी का मल
दरअसल मुर्गी के मल को ट्रीट करके उसका बायोमास ईंधन बनाया जाता है। यह ईंधन बिजली उत्पादन के लिए प्रयोग होने वाले 10 प्रतिशत कोयले की जगह ले सकता है। यह शोध 'Applied Energy' नाम की एक पत्रिका में छपा है।
बता दें कि बायोमास दुनिया में अक्षय उर्जा का 73 प्रतिशत हिस्सा है। लेकिन इसके लिए बड़ी तदाद में उगाई जाने वाली फसल के लिए ज्यादा जमीन, पानी और खाद की जरूरत पड़ती है। इस शोध से जुड़े एक रिसर्चर ने कहा, 'पोल्ट्री से निकलने वाले मल को ईंधन के रूप में तैयार करना, कम संसाधनों का इस्तेमाल करके अक्षय ऊर्जा बनाने का एक बेहद शानदार विकल्प है। ये पर्यावरण के लिहाज से भी काफी बेहतर है।'
वैज्ञानिकों ने पोल्ट्री से पैदा होने वाले इस मल के दो अलग-अलग ईंधन के प्रकार बनाए। एक Biochar और दूसरा Hydrachar। प्रयोग के बाद पाया गया दोनों में से हाइड्रोचार वो प्रकार है जो 24 प्रतिशत ज्यादा ऊर्जा पैदा कर सकता है।