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PM मोदी के खिलाफ रिपोर्टिंग पर भड़के  ब्रिटिश सांसद, BBC पर लगाए संगीन आरोप

"इंडिया: द मोदी क्वेश्चन" नामक दो भाग वाले सीरीज पर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर बीबीसी लोगों के निशाने पर आ गया है। इस सीरीज में "प्रधान मंत्री मोदी और देश के मुस्लिम अल्पसंख्यकों के बीच तनाव दिखाया गया है।

PM मोदी के खिलाफ रिपोर्टिंग पर भड़के  ब्रिटिश सांसद, BBC पर लगाए संगीन आरोप
Pramod KumarANI,लंदनThu, 19 Jan 2023 08:57 AM

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ब्रिटिश संसद के उच्च सदन हाउस ऑफ लॉर्ड्स के एक सदस्य रामी रेंजर ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने वाली बीबीसी की नई सीरीज की आलोचना की है और बीबीसी पर पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग करने का आरोप  लगाया है। 
 
लॉर्ड रामी रेंजर ने ट्वीट किया,"@BBCNews आपने एक अरब से अधिक भारतीयों को दुख पहुँचाया है, यह लोकतांत्रिक रूप से चुने गए @PMOIndia भारतीय पुलिस और भारतीय न्यायपालिका का अपमान है। हम दंगों और जनहानि की निंदा करते हैं और आपकी पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग की भी निंदा करते हैं।"

"इंडिया: द मोदी क्वेश्चन" नामक दो भाग वाले सीरीज पर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर बीबीसी लोगों के निशाने पर आ गया है। इस सीरीज में "भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और देश के मुस्लिम अल्पसंख्यकों के बीच तनाव दिखाया गया है और 2002 के गुजरात दंगों में उनकी भूमिका के दावों की जांच की गई है, जिसमें एक हजार से अधिक लोगो मारे गए थे।"

बीबीसी की सीरीज इस बात की जांच करेगी कि कैसे नरेंद्र मोदी और मुस्लिम आबादी के प्रति उनकी सरकार के रवैया लगातार आरोपों से प्रभावित रहा हैऔर मोदी द्वारा 2019 के पुन: चुनाव जीतने के बाद एक श्रृंखला में लागू की गई  नीतियों की वजह से मुस्लिमों पर आक्रमण बढ़े हैं। सीरीज में  जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा छीनने,अनुच्छेद 370 हटाने और नागरिकता कानून तक का जिक्र किया गया है।

इधर, बीबीसी की पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग पर निशाना साधते हुए, भारतीय मूल के कई लोगों ने बीबीसी को 1943 के बंगाल के अकाल पर एक सीरीज चलाने का सुझाव दिया है,जिसके परिणामस्वरूप कुपोषण और बीमारी से लगभग 30 लाख लोगों की मौत हो गई थी।  एक ट्विटर यूजर ने बीबीसी को बंगाल के अकाल पर "यूके: द चर्चिल क्वेश्चन" नामक एक श्रृंखला चलाने का सुझाव दिया।

ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल, जो पश्चिमी युद्ध का एक हिस्से के रूप में कार्यरत थे,ने 1943 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भूखे भारतीयों के भोजन को ब्रिटेन और यूरोप के सैनिकों के लिए भेजने का आदेश दिया था, जबकि वहां रसद की कमी नहीं थी। इससे लाखों भारतीय लोगों की मौत भूख से हो गई थी।

इस बीच, एक अन्य ट्विटर यूजर ने बीबीसी को यूके की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी क्योंकि ब्रिटेन लगभग सभी मापदंडों पर भारत से पीछे हो गया है। हाल ही में, भारत यूनाइटेड किंगडम को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और दशक के अंत तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है।

अब भारत डॉलर के मामले में अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में सिर्फ चार देशों से पीछे है। जिन देशों की अर्थव्यवस्था का आकार भारत से बड़ा है वे हैं - संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी। ब्रिटेन अब भारत से छठे स्थान पर है। इससे पहले, पीएम मोदी कह चुके हैं कि सरकार का लक्ष्य देश को विश्व की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं की सूची में ले जाना है। 

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