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महिला ने एक साथ सात बच्चों को दिया जन्म, मेडिकल साइंस भी हैरान

मेडिकल साइंस की दुनिया इतनी हैरान करने वाली है कि ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जिसे देखकर कई बार बड़े-बड़े डॉक्टर्स भी चौंक जाते हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक महिला ने...

महिला ने एक साथ सात बच्चों को दिया जन्म, मेडिकल साइंस भी हैरान
लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 18 Oct 2021 02:49 PM

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मेडिकल साइंस की दुनिया इतनी हैरान करने वाली है कि ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जिसे देखकर कई बार बड़े-बड़े डॉक्टर्स भी चौंक जाते हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक महिला ने एक साथ सात बच्चों को जन्म दिया है। दिलचस्प यह भी है कि महिला के साथ-साथ सभी बच्चे स्वस्थ हैं। इन बच्चों में चार लड़के और तीन लड़कियां हैं। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने इन बच्चों की तस्वीरें भी जारी की हैं।

दरअसल, यह घटना पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में स्थित ऐबटाबाद शहर की है। पाकिस्तान की 'समां टीवी' की एक ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक, यहां के जिन्ना इंटरनेशनल अस्पताल में इस महिला का इलाज चल रहा था। इन बच्चों के पिता का नाम यार मोहम्मद है। उन्होंने बताया कि पत्नी जब गर्भवती थी तभी जांच के दौरान हमें पता चल गया था कि एक से ज्यादा बच्चे हैं, लेकिन यह नहीं पता था कि सात बच्चे हैं।

उन्होंने बताया कि पत्नी की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर हमने उनको अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों की टीम ने अस्पताल में महिला का बेहद सधे तरीके से इलाज शुरू किया। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में यह पता चला कि महिला के पेट में पांच बच्चे हैं। इसके बाद यह तय हुआ कि महिला का ऑपरेशन किया जाए। फिलहाल महिला का ऑपरेशन किया गया और एक-एक करके सात बच्चों ने जन्म लिया। महिला और बच्चों की हालत स्थिर बताई गई है।

इस पूरी घटना पर बीबीसी ने एक विस्तृत रिपोर्ट छापी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक इसी अस्पताल की डॉक्टर हिना फैयाज ने इस पूरे मामले पर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने यह भी बताया कि यह कैसे संभव हुआ कि एक साथ सात बच्चों ने जन्म लिया है। उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के लगभग आठ महीने बीत चुके थे और महिला का ब्लड प्रेशर खतरनाक स्तर तक बढ़ा हुआ था, पेट भी बहुत ज्यादा फूल चुका था। 

हिना फैयाज ने बताया कि ऑपरेशन के लिए इमरजेंसी स्तर पर तैयारी की गई और महिला का ऑपरेशन करीब एक घंटे तक चला। जब हम गर्भाशय तक पहुंचे, तो एक-एक करके बच्चे को मां से अलग करते गए। इसमें बहुत सतर्क रहने की जरूरत थी। यह काफी हैरान करने वाला सुखद अनुभव था कि सभी बच्चों की जान बच गई थी।

उन्होंने बताया कि गर्भधारण करने वाली दवाओं के अधिक इस्तेमाल के चलते शरीर में एक से अधिक अंडे मैच्योर हो जाते हैं, इस मामले में भी यही हुआ है। फिलहाल अब महिला और उसके परिवार के लोग काफी खुश हैं। यार मोहम्मद खैबर पख्तूनख्वा के ही बटग्राम जिले के रहने वाले हैं। यार मोहम्मद की पहले से ही दो बेटियां हैं। वे कहते हैं कि हम बहुत खुश हैं।

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