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बांग्लादेश में मंदिरों पर टूट पड़े कट्टरपंथी, हिंसा के बीच दो हिंदू पार्षदों को मार डाला

बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन का फायदा कट्टरपंथी उठा रहे हैं। कई जगहों पर हिंदुओं के घरों और मंदिरों पर हमला करके तोड़फोड़ की गई। वहीं दो हिंदू पार्षदों की हत्या कर दी गई।

बांग्लादेश में मंदिरों पर टूट पड़े कट्टरपंथी, हिंसा के बीच दो हिंदू पार्षदों को मार डाला
Ankit Ojhaहिन्दुस्तान टाइम्स,ढाकाMon, 05 Aug 2024 11:46 AM
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बांग्लादेश में हिंसा के दौरान रविवार को ही 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। वहीं हिंसा में एक हिंदू पार्षद की भी हत्या कर दी गी। रंगपुर सिटी के पार्षद हराधन रॉय हारा के घर पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया और उनको मार डाला। वहीं रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि हिंदुओं के मंदिरों और उनके घरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। ISKON और काली मंदिर में भी प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया। इसके बाद उन्हें जान बचाने के लिए भागना पड़ गया।

हराधन रॉय रंगपुर शहर में वॉर्ड नंबर 4 से परषुराम थाना आवामी लीग  पार्टी से पार्षद थे। न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक काजल रॉय नाम की एक पार्षद की भी रविवार को हत्या कर दी गई। बता दें कि प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे को लेकर अड़े हुए हैं। आरक्ष के विरोध में शुरू हुई हिंसा का अब राजनीतिक और सांप्रदायिक रंग भी सामने आ रहा है। जगह-जगह पर सरकार के समर्थकों और विरोधों के बीच हिंसक झड़प हो रही है। इस हिंसा में अब तक 300 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। 
 
भारत ने भी जारी किया है अलर्ट
भारत ने रविवार रात बांग्लादेश में रह रहे अपने सभी नागरिकों को पड़ोसी देश में हिंसा की ताजा घटनाओं के मद्देनजर ‘अत्यधिक सावधानी’ बरतने और अपनी आवाजाही सीमित रखने की सलाह दी। भारत ने नया परामर्श जारी कर अपने नागरिकों से अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा नहीं करने के लिए कहा है। ढाका से प्राप्त खबरों के अनुसार, बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में रविवार को सुरक्षा बलों और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच भीषण हिंसक झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 97 लोग मारे गए।

धिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी और अनिश्चितकाल के लिए पूरे देश में कर्फ्यू लागू कर दिया। सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे पर हुए बवाल को लेकर सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी रविवार को ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के बैनर तले आयोजित ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तथा फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुईं।

सरकारी एजेंसियों ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’, ‘मैसेंजर’, ‘व्हॉट्सऐप’ और ‘इंस्टाग्राम’ को बंद करने का आदेश दिया है। अखबार ने बताया कि मोबाइल प्रदाताओं को 4जी इंटरनेट बंद करने का आदेश दिया गया है। इस बीच, प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि विरोध के नाम पर बांग्लादेश में तोड़फोड़ करने वाले लोग छात्र, नहीं बल्कि आतंकवादी हैं और उन्होंने जनता से ऐसे लोगों से सख्ती से निपटने को कहा। विरोध प्रदर्शन के चलते ढाका की ज्यादा दुकानें और मॉल बंद रहे। सैकड़ों छात्र और कामकाजी लोग ढाका के शाहबाग में एकत्र हो गए हैं, जिससे यातायात जाम हो गया। (भाषा से इनपुट्स के साथ)