गाजा में तबाही देख नरम पड़ा ये मुस्लिम देश, खोला अपना बॉर्डर; घायलों को लेकर पहुंचीं एम्बुलेंस
लगभग 400 विदेशियों और दोहरी नागरिकता रखने वाले लोगों के बुधवार को सीमा पार करने की उम्मीद है। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका कि अभी तक कितने लोगों को मिस्र में प्रवेश करने की इजाजत मिली है।
फिलिस्तीन के गाजा पट्टी में जारी तबाही के बीच एक पड़ोसी मुस्लिम देश ने अपना बॉर्डर खोल दिया है। लंबे समय से सख्त तेवर अपनाने वाले मिस्र (Egypt) ने बुधवार को अपना बॉर्डर खोल दिया। फिलिस्तीन की तरह ही मिस्र भी एक मुस्लिम देश है। पिछले कई दिनों से मिस्र के अलावा, फिलिस्तीन के अन्य पड़ोसी देशों पर भी गाजा के लोगों के लिए अपना बॉर्डर खोलने का दबाव है। हालांकि मिस्र ने केवल विदेशी नागरिकों और घायलों के लिए अपनी सीमा खोली है। गाजा के घायलों को लेकर पहली एंबुलेंस को मिस्र में प्रवेश करते देखा गया है। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, युद्धग्रस्त गाजा से घायल फिलिस्तीनियों को ले जाने वाली पहली एम्बुलेंस राफा क्रॉसिंग के माध्यम से मिस्र में प्रवेश कर चुकी है।
टेलीविजन स्टेशनों पर दिखाए गए लाइव फुटेज में दिखाया गया कि एम्बुलेंस राफा टर्मिनल के मिस्र की ओर प्रवेश कर रही हैं। अधिकारियों ने कहा कि मिस्र के अस्पतालों में इलाज के लिए लगभग 90 सबसे गंभीर रूप से बीमार और घायल फिलिस्तीनियों को इन एम्बुलेंस के जरिए ले जाया गया है। क्रॉसिंग खोलने का निर्णय गाजा में सबसे बड़े शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले के कुछ घंटों बाद आया है, जहां स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कम से कम 50 लोग मारे गए थे। इसके अलावा, एएफपी संवाददाताओं ने कहा कि 7 अक्टूबर को इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार मिस्र द्वारा राफा क्रॉसिंग खोली गई। इसके बाद बड़ी संख्या में विदेशी पासपोर्ट धारकों ने बुधवार को युद्धग्रस्त गाजा छोड़ना शुरू कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, दर्जनों विदेशी पासपोर्ट धारक बुधवार को राफा क्रॉसिंग के जरिए गाजा से मिस्र में प्रवेश करते नजर आए। ऐसा प्रतीत होता है कि तीन सप्ताह से अधिक समय पहले इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से विदेशी पासपोर्ट धारकों को इस क्षेत्र से बाहर जाने की अनुमति दी गई है। इससे पहले, अत्यंत आवश्यक सहायता के 200 से अधिक ट्रक मिस्र से गाजा में प्रवेश कर चुके हैं, लेकिन किसी भी व्यक्ति को प्रभावित क्षेत्र से भागने की अनुमति नहीं दी गई है। लगभग 400 विदेशियों और दोहरी नागरिकता रखने वाले लोगों के बुधवार को सीमा पार करने की उम्मीद है। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका कि अभी तक कितने लोगों को मिस्र में प्रवेश करने की इजाजत मिली है। लेकिन घटनास्थल के लाइव फुटेज में लोगों की भीड़ को टर्मिनल के फिलिस्तीनी हिस्से में प्रवेश करते हुए दिखाया गया है। विदेशी सरकारों का कहना है कि 44 देशों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र निकायों सहित 28 एजेंसियों के पासपोर्ट धारक गाजा पट्टी में रह रहे हैं।
बुधवार तड़के, सेवा प्रदाता पाल्टेल और जव्वाल ने गाजा में संचार और इंटरनेट सेवाओं के “पूर्णत: बाधित” होने की सूचना दी। यह पांच दिन के अंदर दूसरी बार संचार सेवाओं में आई व्यापक बाधा है। मानवीय सहायता एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि गाजा में पहले से ही गंभीर स्थिति में इस तरह के 'ब्लैकआउट' उनके काम को गंभीर रूप से बाधित करते हैं। गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल-हमास युद्ध में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या 8,525 तक पहुंच गई है। कब्जे वाले वेस्ट बैंक में हिंसा और इजरायल की छापेमारी में 122 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।