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अमेरिका: सुप्रीम कोर्ट की दूसरी महिला जज रूथ बदर गिंस्बर्ग का 87 साल की उम्र में हुआ निधन, कैंसर से थीं पीड़ित

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की जज रूथ बदर गिंस्बर्ग का 87 साल की उम्र में निधन हो गया। रूथ अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट की दूसरी महिला जज थीं। महिलाओं के अधिकारों के क्षेत्र में किए गए उनके काम...

अमेरिका: सुप्रीम कोर्ट की दूसरी महिला जज रूथ बदर गिंस्बर्ग का 87 साल की उम्र में हुआ निधन, कैंसर से थीं पीड़ित
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीSat, 19 Sep 2020 08:45 AM
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अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की जज रूथ बदर गिंस्बर्ग का 87 साल की उम्र में निधन हो गया। रूथ अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट की दूसरी महिला जज थीं। महिलाओं के अधिकारों के क्षेत्र में किए गए उनके काम की बहुत तारीफ की जाती है। गिंस्बर्ग को मेटास्टेटिक अग्नाशय कैंसर था जिसकी वजह से उनकी मौत हुई।  रूथ बदर गिंस्बर्ग की मौत ऐसे समय में हुई है जब छह हफ्तों बाद अमेरिका में चुनाव होने जा रहे हैं। गिन्सबर्ग ने अदालत के उदारवादी विंग के निर्विवाद नेता के रूप में बेंच पर अपने आखिरी साल बिताए और अपने प्रशंसकों के लिए रॉक स्टार बनकर उभरीं। युवा महिलाएं उन्हें गले लगाती थी। उन्होंने महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए बोलने के लिए हमेशा याद रखा जाएगा।

पांच बार कैंसर से लड़ी
गिंस्बर्ग ने पांच बार कैंसर से जंग लड़ी लेकिन वे फिर भी हार गईं। 1999 से  उनके कैंसर की शुरुआत हुई, उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा 75 साल की उम्र में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अमेरिकी अदालत ने अपने एक बयायन में कहा कि कैंसर के कारण 87 साल की उम्र में गिंस्बर्ग का उनके वॉशिंगटन के घर में निधन हो गया। उन्हें कोर्टरूम में मुकदमें की तह तक घुस जाने के लिए और नियमों का पालन करने के लिए जाना जाता था। 1970 के दशक में महिला अधिकारों के लिए उन्होंने छह प्रमुख मामलों में तर्क दिए जिनमें से पांच में उनकी जीत हुई।

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इसके अलावा उन्होंने गरीब आरोपी हत्यारों के लिए वकीलों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए। बुश वी गोर के फैसले सहित साल 2000 के सबसे विभाजनकारी मामलों में वह अक्सर अदालत के अधिक रूढ़िवादी सदस्यों के ़ट कर खड़ी रहती थीं।
क्लिंटन ने अपनी नियुक्ति के समय कहा था, "रूथ बेडर गिन्सबर्ग को अमेरिकी इतिहास की पुस्तकों में अपनी जगह अर्जित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सीट की आवश्यकता नहीं है।" "वह पहले ही ऐसे काम कर चुकी है। उन्होंने अपने समय में उन्होंने ऐसे कई फैसले सुनाए जो महिलाओं के कल्याण के लिए फायदेमंद साबित हुए. नागरिक अधिकारों के अलावा गिन्सबर्ग ने कैपिटल पनिशमेंट में भी रूचि ली।

उनके कार्यकाल के दौरान, अदालत ने राज्यों को बौद्धिक रूप से अक्षम और हत्यारों को 18 साल से कम उम्र के लिए असंवैधानिक घोषित किया। अमेरिका के चीफ जस्टिस ने एक बयान में कहा है कि अमेरिका ने एक कानून के बड़े जानकार को खो दिया है, जो कि सुप्रीम कोर्ट में उनकी सहकर्मी भी थीं। आज वह दुख में हैं लेकिन आने वाली जज पीढ़ी रूथ बेडर को न्याय की एक दिग्गज के रूप में याद रखेगी।

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