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Amazon के ड्राइवरों का दर्द: 'कम पैसों में 14 घंटे काम, नहीं मिलता ब्रेक, बोतल में ही करते हैं पेशाब'!

दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी बन चुकी अमेजन एक तरफ तो अपने ग्राहकों के लिए हर मुमकिन सेवा देने में जुटी है। लेकिन क्या आपको पता है कि आपके घर तक सामान डिलीवर करने वाले अमेजन के ड्रावर कितनी...

Amazon के ड्राइवरों का दर्द: 'कम पैसों में 14 घंटे काम, नहीं मिलता ब्रेक, बोतल में ही करते हैं पेशाब'!
लाइव हिन्दुस्तान टीम,लंदनSun, 10 Dec 2017 07:45 PM
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दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी बन चुकी अमेजन एक तरफ तो अपने ग्राहकों के लिए हर मुमकिन सेवा देने में जुटी है। लेकिन क्या आपको पता है कि आपके घर तक सामान डिलीवर करने वाले अमेजन के ड्रावर कितनी खस्ता हालत में अपना जीवन चला रहे हैं? हाल ही में हुई एक जांच में अमेजन के ड्राइवरों से जुडे़ कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। 

The Mirror से बात करते हुए Amazon के लिए काम करने वाले कुछ ड्राइवरों ने बताया कि उन्हें रोज तय नियमों से कई घंटे ज्यादा काम करवाया जाता है और साथ ही पूरे दिन में खाने-पीने के लिए ब्रेक भी नहीं दिया जाता। कुछ ड्राइवरों का कहना था कि हमारे ऊपर रोज 200 पार्सल पहुंचाने का प्रेशर होता है और इसी के कारण हम दिनभर में एक ब्रेक भी नहीं ले पाते। हमारे ऊपर काम का बोझ इतना होता है कि कई बार हमें पेशाब करने का भी वक्त नहीं मिलता और हमें बोतल में टॉयलेट करके आगे चलते रहना पड़ता है।

आपको बता दें कि यूनाइडेट किंगडम में अमेजन के लिए काम करने वाले ज्यादातर ड्राइवर मुसीबत झेल रहे हैं। वहां सरकारी नियम अनुसार एक इंसान ज्यादा से ज्यादा 11 घंटे तक काम कर सकता है। लेकिन Amazon में काम करने वाले अधिकतर ड्राइवरों के मुताबिक उन्हें 11 घंटों की लीमिट से ज्यादा काम करवाया जाता है। इतना ही नहीं इस एक्स्ट्रा काम का पैसा मिलना तो दूर की बात, इन्हें तो सामान्य पगार से भी कम पैसा दिया जाता है। इसी के चलते अब यूके की 'Driving and Vehicle Standards Agency' ने अमेजन के खिलाफ जांच की बात कही है।

इन गंभीर परेशानियों से जूझते हैं ड्राइवर
> ड्राइवरों का दावा है कि अमेजन कंपनी के लिए उन्हें रोज 12 से 14 घंटे तक काम करना पड़ता है। 

> इतने काम के बावजूद वो एक दिन में सिर्फ 103 यूरो की कमाई कर पाते हैं, जबकि हर हफते में करीब 200 यूरो उन्हें गाड़ी का किराया और इंशोरेंस के लिए चुकाना होता है। 

> इसके अलावा सामान डिलीवरी के दौरान आने वाली ट्रैफिक जाम, खराब मौसम, रोड ब्लॉक जैसे दिक्कतों के कारण अगर देरी हो जाए तो कंपनी उसे मानती नहीं है।

कंपनी ने नकारा उत्पीड़न का आरोप
वहीं Amazon के एक प्रवक्ता का कहना है कि ये सभी ड्राइवर दूसरी प्राइवेट कंपनियों द्वारा रखे जाते हैं और हम ये सुनिश्चित करते हैं कि उनके साथ कुछ गलत न हो। हम नियमों को ध्यान में रखकर की हर ड्राइवर को एक घंटे के लिए 12 यूरो के हिसाब से पैसा देते हैं, जिसमें बोनस, इंसेंटिव और ईंधन का खर्चा अलग दिया जाता है।

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