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टैंकर पर ड्रोन हमला: इजरायल के साथ आए अमेरिका और ब्रिटेन, ईरान पर लगाया अटैक का आरोप

इजरायल के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने भी ईरान पर अरब सागर में ओमान के तट के पास एक तेल टैंकर पर ड्रोन से हमला करने का आरोप लगाया। इससे हमले से इनकार कर रहे ईरान पर दबाव और बढ़ गया है। ब्रिटेन के विदेश...

टैंकर पर ड्रोन हमला: इजरायल के साथ आए अमेरिका और ब्रिटेन, ईरान पर लगाया अटैक का आरोप
लाइव हिन्दुस्तान टीम,दुबईMon, 02 Aug 2021 12:32 AM

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इजरायल के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने भी ईरान पर अरब सागर में ओमान के तट के पास एक तेल टैंकर पर ड्रोन से हमला करने का आरोप लगाया। इससे हमले से इनकार कर रहे ईरान पर दबाव और बढ़ गया है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने इसे गैरकानूनी व क्रूर हमला' करार देते हुए कहा कि उनका देश और उसके सहयोगी गुरुवार रात को तेल टैंकर मर्कर स्ट्रीट पर हुए हमले को लेकर समन्वित प्रतिक्रिया की योजना बना रहे हैं।

वहीं इसके बाद अमेरिका के विदेश मंत्री एटंनी ब्लिंकन ने कहा कि इस हमले का कोई औचित्य नहीं है, जो हमलों वाले व्यवहार के एक स्वरूप का अनुसरण करता है। ईरान के साथ विश्व शक्तियों के खटाई में पड़े परमाणु समझौते के बाद उपजे तनाव के बीच यह इस क्षेत्र में लंबे अरसे बाद किसी वाणिज्यिक पोत पर किया गया पहला ज्ञात घातक हमला है। अब तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन ईरान और उसके मिलीशिया सहयोगी पूर्व में आत्मघाती ड्रोन हमलों को अंजाम देते रहे हैं।

हमले को बताया कायरान हरकत

तेल टैंकर पर हुए ड्रोन हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराते हुए रविवार को कहा कि उसने गंभीर भूल की है। हालांकि, ईरान ने इस हमले से इनकार किया है। इस हमले में चालक दल के दो सदस्य मारे गए थे। बेनेट ने मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक में कहा, ईरान ने यह कायराना हरकत की है और अब अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहा है। वे इससे इनकार कर रहे हैं। अब मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं कि ईरान ने ही जहाज पर हमला किया। इस पर इजरायल अपने तरीके से जवाब देगा।

इजरायल बोला ईरान की संलिप्तता के हैं सबूत

बेनेट ने कहा, खुफिया एजेंसियों को ईरान की संलिप्तता के सबूत मिले हैं और हमें उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ईरानी शासन को स्पष्ट तौर पर बताएगा कि उसने गंभीर भूल की है। किसी भी स्थिति में हमें पता है कि ईरान को किस तरह जवाब देना है। बता दें कि इस क्षेत्र में वाणज्यिक जहाजों पर हमलों में विराम के कुछ वर्षों बाद यह पहला घातक हमला है। इसे परमाणु समझौते को लेकर ईरान के साथ तनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, इजराइल ने आरोप लगाया है कि ईरान ने यह हमला किया है।

ईरान ने किया इनकार

दूसरी ओर ईरान ने आरोपों से इनकार किया। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खातिबजाहेद ने कहा, ऐसे आरोप-प्रत्यारोप नए नहीं हैं। इस हमले के लिए वे लोग जिम्मेदार हैं जिन्होंने इस क्षेत्र में इजराइली शासन को अपने पैर जमाने दिए। इसमें कुछ नया नहीं है कि अमेरिका में जानी पहचानी ईरान विरोधी लॉबी इस्लामिक देश के खिलाफ आरोप लगाने के किसी भी अवसर का इस्तेमाल करती है।

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