कोरोना के बाद अब 'Disease X' ने दी टेंशन, WHO चीफ की चेतावनी से घबराए लोग
उदाहरण के लिए कोरोना वायरस भी पहले 'डिजीज एक्स' ही था। WHO ने 2018 में पहली बार 'डिजीज एक्स' टर्म का इस्तेमाल किया था। बाद में इसका 'डिजीज एक्स' को Covid-19 से रिप्लेस कर दिया।
कोरोना का कहर अभी थमा ही था कि एक और नई बीमारी टेंशन देने लगी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में लोगों को आगाह किया था कि एक नई और खतरनाक बीमारी के लिए तैयार हो जाएं। 2020 की शुरुआत से अब तक कोविड-19 ने दुनिया के सामने अभूतपूर्व चुनौतियां पेश कीं हैं। लाखों लोगों की जान गई है। कोरोना के तीन साल बाद, स्थिति सामान्य हो ही रही थी कि वैज्ञानिक अगले प्रकोप को लेकर सावधान करने लगे।
WHO चीफ ने दी थी चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख डॉ. टेड्रोस एडनम घेब्रेयसस ने हाल ही में कहा था कि दुनिया को अगली महामारी के लिए तैयार रहना चाहिए, जो कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है। उन्होंने कहा कि भले ही इस समय कोई वैश्विक महामारी या इमरजेंसी नहीं है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इससे आगे कोई खतरा नहीं है। उनकी इस टिप्पणी के बाद, डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर उपलब्ध 'प्रायोरिटी डिजीज' की लिस्ट पर लोगों का ध्यान गया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, 'प्रायोरिटी डिजीज' की छोटी लिस्ट में उन बीमारियों के नाम हैं जो अगली घातक महामारी का कारण बन सकती है। इनमें से अधिकांश बीमारियों के बारे में हम पहले से जानते हैं, जैसे- इबोला, सार्स और जीका वायरस। इस लिस्ट में एक नाम और है। वह नाम है 'डिजीज एक्स'। लिस्ट में इस फाइनल नाम से लोगों में चिंता हो रही है।
आखिर क्या बला है 'डिजीज एक्स'
बता दें कि 'डिजीज एक्स' कोई बीमारी नहीं बल्कि एक टर्म है। यह सबसे भयानक बीमारी हो सकती है। डिजीज एक्स टर्म का इस्तेमाल डब्ल्यूएचओ द्वारा प्लेसहोल्डर के रूप में एक ऐसी बीमारी का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो मानव संक्रमण के कारण पैदा होती है और मेडिकल साइंस के लिए फिलहाल अज्ञात है। आसान शब्दों में कहें तो, 'डिजीज एक्स' एक ऐसी बीमारी हो सकती है जो एक आगे चलकर एक भयानक महामारी में भी बदल सकती है और वैज्ञानिकों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उदाहरण के लिए कोरोना वायरस भी पहले 'डिजीज एक्स' ही था। WHO ने 2018 में पहली बार 'डिजीज एक्स' टर्म का इस्तेमाल किया था। बाद में इसका 'डिजीज एक्स' को Covid-19 से रिप्लेस कर दिया। ऐसा ही अगली बार होगा जब किसी महामारी के बारे में पता चलेगा तो मौजूदा 'डिजीज एक्स' उससे बदल दिया जाएगा।
क्यों टेंशन दे रही डिजीज X
चिंता इस बात की है कि जब कोरोना आया था तब इसके इलाज को लेकर कोई दवा या टीका नहीं था। ठीक ऐसे ही 'डिजीज एक्स' को लेकर भी कोई दवा नहीं है। माना जा रहा है कि डिजीज एक्स कोई वायरस, बैक्टीरिया या फंगस हो सकता है और इसके लिए कोई टीका या उपचार नहीं होगा। रिपोर्टों के मुताबिक, ऐसा भी हो सकता है कि 'डिजीज एक्स' पहले जानवरों में फैले और फिर उससे इंसान संक्रमित होने लगें। विशेषज्ञों का मानना है कि अगला डिजीज X जूनोटिक होगा, जिसका अर्थ है कि यह जंगली या घरेलू जानवरों में पैदा होगा। इबोला, एचआईवी/एड्स और कोविड-19 जूनोटिक प्रकोप थे।