ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News विदेशअफगानिस्तान के राष्ट्रपति बोले- जैश, लश्कर और अलकायदा से तालिबान के गहरे रिश्ते, दुश्मन से आखिरी दम तक लड़ेंगे

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति बोले- जैश, लश्कर और अलकायदा से तालिबान के गहरे रिश्ते, दुश्मन से आखिरी दम तक लड़ेंगे

अफगानिस्तान में तालिबानी हमले और क्रूरता के बीच यहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि तालिबानी के आतंकी संगठन अल कायदा और जैश-ए-मुहम्मद से गहरे रिश्ते हैं। राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बुधवार को काबुल...

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति बोले- जैश, लश्कर और अलकायदा से तालिबान के गहरे रिश्ते, दुश्मन से आखिरी दम तक लड़ेंगे
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीWed, 21 Jul 2021 10:55 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

अफगानिस्तान में तालिबानी हमले और क्रूरता के बीच यहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि तालिबानी के आतंकी संगठन अल कायदा और जैश-ए-मुहम्मद से गहरे रिश्ते हैं। राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बुधवार को काबुल स्थित स्पेशल ऑपरेशन कमांड सेंटर का दौरा किया। इसी दौरे के दौरान राष्ट्रपति ने तालिबान के साथ आतंकी संगठनों की गठजोड़ की बात करते हुए कहा कि ये संगठन चाहते हैं कि अफगानिस्तान विद्रोहियों का स्वर्ग बन जाए। अफगानी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि 'सरकार ऐसा कभी नहीं होने देगी।' राष्ट्रपति ने अफगान स्पेशल ऑपरेशन्स फोर्सेज को हर तरह की मदद देने की बात कही है। इतना ही नहीं उन्होंने सुरक्षा बल के जवानों को भरोसा दिलाया कि इस लड़ाई में जान गंवाने वाले सुरक्षा बलों के आश्रितों का ख्याल भी सरकार रखेगी। अफगानी राष्ट्रपति ने तालिबान के खूंखार लड़ाकुओं से लोहा ले रहे अफगानी सैनिकों की जमकर हौसला अफजाई की है।

राष्ट्रपति ने कहा कि 'हमारा लक्ष्य है अफगानिस्तान की रक्षा करना। देश की आजादी, समानता और 20 सालों की उपलब्धि को बचाए रखना। लेकिन दुश्मनों की मानसिकता काली है और आप दुश्मनों को यह साबित कर दिखा दीजिए कि उनके सपने को आप हमेशा-हमेशा के लिए दफ्न कर देंगे।' अफगानी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि 'हमारी पास इच्छाशक्ति है देश में शांति स्थापित करने की, लेकिन दुश्मन जानते हैं कि हम कभी सरेंडर नहीं करेंगे। आपको अंदर वो कक्षमता है कि आप दुनिया को दिखा सकते हैं और अपनी ताकत का लोहा मनवा सकते हैं। अफगानिस्तान सभी अफगानियों का समामान्य घर है, और यह हमारी ड्यूटी है कि हम अपनी जिंदगी की आखिरी सांस तक इसकी रक्षा करें।'

इससे पहले मंगलवार को अपनी एक संबोधन के दौरान अफगानी राष्ट्रपति ने कहा था कि तालिबान की इच्छा ही नहीं है कि अफगानिस्तान में शांति स्थापित हो। अफगानी राष्ट्रपति ने कहा था कि 'तालिबान ने कई चीजें साफ की हैं। अब्दुल्लाह ने मुझसे कहा है कि तालिबान की इच्छा नहीं है कि वहां शांति रहे। हमने प्रतिनिधि मंडल भेजा था, ताकि हम दिखा सकें कि शांति स्थापित करने की हमारी इच्छाशक्ति है और हम बलिदान करने के लिए भी तैयार हैं। लेकिन तालिबान की मंशा की शांति की नहीं हैं।' राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि इस बार की ईद उन अफगानी सैनिकों को समर्पित है जो पिछले तीन महीने से डटकर तालिबानियों का मुकाबला कर रहे हैं। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें