शांति की उम्मीद! अफगान सरकार ने रिहा किए 490 तालिबानी कैदी
अफगानिस्तान की सरकार ने कहा है कि उसने अटकी पड़ी शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की मंशा से सद्भावना स्वरूप देश की विभिन्न जेलों में बंद 490 तालिबानी कैदियों को रिहा किया है। सरकारी मीडिया सेंटर प्रमुख...
अफगानिस्तान की सरकार ने कहा है कि उसने अटकी पड़ी शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की मंशा से सद्भावना स्वरूप देश की विभिन्न जेलों में बंद 490 तालिबानी कैदियों को रिहा किया है। सरकारी मीडिया सेंटर प्रमुख फिरोज बाशारी ने एपी को बताया कि रिहा किए गए कैदी या तो बीमार चल रहे थे या फिर उनकी सजा के पूरा होने में एक साल से कम का वक्त बचा था।
उन्होंने बताया कि जून में ईद के अवसर पर राष्ट्रपति अशरफ गनी ने 887 कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया था। रिहा हुये कैदी इसी समूह का हिस्सा हैं। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जबकि अमेरिकी शांति दूत जलमे खलीलजाद काबुल आये हैं और वे शांति वार्ता बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।
अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले में नौ लोगों की मौत
वहीं दूसरी ओर पूर्वी नांगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद में एक आत्मघाती हमलावर अफगानिस्तान पुलिस के एक वाहन के निकट गया और खुद को उड़ा लिया। इस आत्मघाती हमले में तीन पुलिसकर्मी और छह नागरिक बृहस्पतिवार को मारे गए। प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शोएब साहक ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस हमले में 13 अन्य लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
प्रांतीय राज्यपाल के प्रवक्ता अताहुल्लाह खोगयानी ने बताया कि इस हमले का निशाना सुरक्षा बल थे और घायलों में से कई पुलिसकर्मी हैं। अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है लेकिन इस्लामिक स्टेट से संबद्ध इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस और तालिबान इस क्षेत्र में सक्रिय हैं। यह इस्लामिक स्टेट का गढ़ माना जाता है। अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों पर लगभग रोजाना तालिबान और इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी हमले करते हैं।