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अफगानिस्तान में तालिबान के आने से दुनिया पश्चिमी देशों को कमजोर समझेगी: ब्रिटेन

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से दुनियाभर के शीर्ष नेता अपनी बातें रख रहे हैं। इसी कड़ी में ब्रिटेन के डिफेंस सेक्रेटरी ने ऐसा कुछ कह दिया है जिसपर लंबे वक्त तक बहस जारी रह सकता है। ब्रिटेन...

अफगानिस्तान में तालिबान के आने से दुनिया पश्चिमी देशों को कमजोर समझेगी: ब्रिटेन
रॉयटर्स,लंदनThu, 19 Aug 2021 01:18 PM

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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से दुनियाभर के शीर्ष नेता अपनी बातें रख रहे हैं। इसी कड़ी में ब्रिटेन के डिफेंस सेक्रेटरी ने ऐसा कुछ कह दिया है जिसपर लंबे वक्त तक बहस जारी रह सकता है। ब्रिटेन के डिफेंस सेक्रेटरी बेन वालेस ने कहा है कि अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान में 20 साल युद्ध लड़ने के बाद अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति का मतलब पश्चिमी देशों के संकल्प को अब रूस जैसे प्रमुख विरोधियों द्वारा कमजोर माना जाता है।

अफगानिस्तान युद्ध में लाखों लोगों की जान गई। कई अरब रुपये खर्च हुए लेकिन तालिबान फिर से सत्ता में आ गया है और अब पश्चिमी देश काबुल हवाई अड्डे से अपने डिप्लोमैट्स और अफगान कर्मचारियों को निकालने की कोशिश में लगे हुए हैं।

वालेस ने बीबीसी से बात करते हुए कहा है, 'मैं इस बात से असहज हूं कि अब हमारे पास एक विश्व व्यवस्था है, जहां हमारे विरोधियों द्वारा पश्चिम के संकल्प को कमजोर माना जाता है। यह ऐसी चीज है जिसके बारे में हमें चिंता करनी चाहिए। पश्चिम के संकल्प को टूटते देखकर रूस जैसे हमारे विरोधियों को उत्साहजनक लगता है।'

ब्रिटेन को डर है कि पश्चिमी देशों के एकाएक अफगानिस्तान के निकलने से आतंकी संगठनों को जमीन मिल सकती है। अलकायदा जैसे आतंकी संगठन अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल करने पूरी दुनिया में आतंक का तांडव मचा सकते हैं।

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