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कोरोना वायरस के चलते रूस में हाथ न मिलाने की सलाह

रूस प्रशासन ने कोरोना वायरस के डर के चलते लोगों को हाथ और गले नहीं मिलने की सलाह दी है। साथ ही लोगों को मास्क पहनकर बाहर निकलने को कहा है। रूस ने एहतियातन ये कदम उठाए हैं। हालांकि, रूस में अभी...

कोरोना वायरस के चलते रूस में हाथ न मिलाने की सलाह
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीFri, 31 Jan 2020 07:57 PM
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रूस प्रशासन ने कोरोना वायरस के डर के चलते लोगों को हाथ और गले नहीं मिलने की सलाह दी है। साथ ही लोगों को मास्क पहनकर बाहर निकलने को कहा है। रूस ने एहतियातन ये कदम उठाए हैं। हालांकि, रूस में अभी कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है। इससे एक दिन पहले ही रूस ने चीन के साथ लगती चार हजार किलोमीटर की सीमा को बंद करने का फैसला किया था। इसके साथ ही स्वच्छता के दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं। इसमें लंबे बालों को बांधने, सार्वजनिक स्थानों पर दरवाजों को छूने से बचने और फ्लू के लक्षणों वाले लोगों के साथ निकट संपर्क से बचने की सलाह दी गई है। कोर्ट से कहा कि ये दोषी आतंकवादी नहीं हैं। वकील ने जेल मैनुअल के नियम 836 का हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि ऐसे मामले में जहां एक से अधिक लोगों को मौत की सजा दी गई है, वहां दोषियों को तब तक फांसी की सजा नहीं दी गई है जब तक उन्होंने अपने कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल ना कर लिया हो। 

चीन समेत कई देशों में कहर बरपा रहा 2019-एनसीओवी कोरोना वायरस ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। केरल में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है जिसकी अधिकारिक पुष्टि हो गई है। बताया जा रहा है कि केरल का जो मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ है, वह चीन के वुहान यूनिवर्सिटी का छात्र है। हालांकि, मरीज की हालत अभी स्थिर है और उसे निगरानी में रखा गया है। बता दें कि चीन में कोरोना वायरस से अबतक करीब 170 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 7000 से ज्यादा लोग इसकी चपेट में हैं।

कोरोना वायरस के लक्षण

कोरोना वायरस जानवरों और इंसान दोनों को संक्रमित कर सकता है। कोरोनावायरस सांस संबंधी इंफेक्शन से जुड़ा हुआ है। इसके लक्षणों में नाक का बहना, खांसी, गले में खराश और बुखार शामिल हैं। अधिकतर मामलों में आप नहीं जान सकते हैं कि आपको सामान्य बुखार है या फिर कोरोनावायरस। इसके लिए आपको लैब टेस्ट कराना होगा। निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना भी इसके लक्षण हैं।  जिसमें नाक और गले का टेस्ट और ब्लड टेस्ट होंगे। अगर कोरोना वायरस इंफेक्शन आपके सांस की नली और फेफड़ों तक पहुंच गया है तो यह निमोनिया का कारण बन सकता है। खास उन लोगों में जो बूढ़ें है और जिन्हें दिल की बीमारी है या फिर जिनका प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है। इससे बचने के लिए किसी बीमार, जुकाम, निमोनिया से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। मास्क पहनें। अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। हाथों को बार बार अच्छे से साबुन से धोएं। 

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