पुलिस का चॉपर, 2000 जवान तब जाकर गिरफ्तार हुआ पादरी, सेक्सुअल हैरेसमेंट का है आरोप
- फिलीपींस के कथित धर्मगुरू अपोलो क्विबोलोय को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर आरोप था कि उसने महिलाओं और बच्चों को अपना शिकार बनाया। पुलिस को उसे गिरफ्तार करने में 2 हफ्तों का समय लग गया।
फिलीपींस में धर्म के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। फिलीपींस पुलिस ने रविवार को स्वंयभू भगवान का बेटा अपोलो क्विबोलोय को गिरफ्तार कर लिया है। अपोलो फिलीपींस के ही किंगडम ऑफ जीसस क्राइस्ट चर्च में पादरी है। 74 वर्षीय पादरी के ऊपर नाबालिगों के साथ दुष्कर्म, चाइल्ड सेक्स ट्रैफिकिंग, यौन अपराध और मानव तस्करी जैसे घिनौने आरोप हैं। लगातार दो हफ्तों तक उसके अनुयायियों से जूझने के बाद पुलिस को रविवार को उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई। इस अभियान के दौरान पुलिस के करीब 2 हजार जवान और कई हेलिकॉप्टर लगातार जुटे रहे।
अपोलो क्विबोलोय फिलीपींस में एक बड़ा धार्मिक नाम है। उसकी जान पहचान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फिलीपींस के पिछले राष्ट्रपति उसके बहुत ही खास दोस्त थे। अपोलो ने अपने इस प्रभुत्व को जमाने की शुरुआत 1985 से ही कर दी थी, जब उसने किंगडम ऑफ जीसस क्राइस्ट की स्थापना की थी। इस संगठन के आज केवल फिलीपींस में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में करीब 200 से ज्यादा देशों में लाखों अनुयायी हैं। यह स्वंय को भगवान का बेटा बताकर प्रचारित करता था और इसाई धर्म के बारे में लोगों को मार्गदर्शित करता था।
सेक्स ट्रैफिकिंग समेत लगे कई घिनौने आरोप
अपोलो पर आरोप है कि उसने धार्मिक प्रभाव में लाकर सैकड़ों महिलाओं और बच्चों को अपना निजी गुलाम बना लिया और उनसे मन चाहे काम करवाता था। रिपोर्ट्स के अनुसार, अपोलो के ज्यादातर शिकार नाबालिग बच्चे होते थे, जिनको उसका निजी असिस्टेंट के तौर पर भर्ती किया जाता था और फिर वह उनका यौन शोषण करता था। 2021 में अमेरिका में अपोलो के खिलाफ एक केस दर्ज हुआ था जिसके अनुसार अपोलो अपने निजी कर्मचारियों के साथ सेक्सुअल हैरिसमेंट करता था और उनके मना करने पर उनको नरक की आग में जलाने की धमकी देता था। वह लोगों से लिखवाता था कि उन्होंने अपना पूरा जीवन और शरीर अपोलो को समर्पित कर दिया है।
अब पुलिस की गिरफ्त में कथित 'भगवान का बेटा'
अपोलो को एफबीआई ने 2021 में ही मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शामिल कर लिया था लेकिन अपने मजबूत राजनीतिक समर्थन के कारण वह हमेशा ही बचता रहा। लेकिन लगातार उसकी हरकतों की शिकायत मिलने के बाद फिलीपींस सुरक्षा बलों ने चर्च पर रेड मारी। करीब 2000 जवानों ने चर्च को दो हफ्तों तक घेरे रखा। लेकिन उसके अनुयायियों ने उसकी गिरफ्तारी नहीं होने दी। वह उसे बचाने के लिए ढाल की तरह खड़े हो गए। उसकी गिरफ्तारी के पहले पुलिस को वहां पर थर्मल इमेजिंग और रडार सिस्टम का भी उपयोग करना पड़ा। पूरे परिसर के चारों तरफ पुलिस के हेलिकॉप्टर लगातार चक्कर लगाते रहे। फिर आखिरकार रविवार की रात पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर ही लिया।
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